राजेन्द्र तंतवाय की रिपोर्ट
आई विटनेस न्यूज 24, बुधवार 9 अप्रैल,जहां सूबे के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव 20 मार्च को जिले के बालपुर वीरांगना रानी अवंती बाई के शहीद स्थल श्रद्धा सुमन अर्पित करने पहुंचे थे सूबे के C,M, की आमद पर जिले का समूचा प्रशासनिक तंत्र पूरी मुस्तैदी के साथ मुख्यमंत्री के कार्यक्रम को लेकर संजीदा रहा पर वहीं उसी ग्राम में संचालित होने वाले आंगनवाड़ी केंद्रों बालपुर माल, और रैयत में बीते 6 माह से मासूम नौनिहालों को मध्यान्ह भोजन का दाना भी नसीब नहीं हुआ इसी से अंदाजा लगाया जा सकता है की शासन की योजनाओं का जिले में क्या हाल है इस संबंध में बालपुर रैयत में पदस्थ सहायिका ने बताया की आंगनवाड़ी में आने वाले बच्चों को की दर्ज संख्या 15 है जिन्हें बीते 6 माह से मध्यान्ह भोजन नहीं मिल रहा है बच्चों को आंगनवाड़ी केंद्र में मध्यान्ह भोजन नहीं मिलने की जानकारी इनके द्वारा सेक्टर सुपरवाइजर को दे दी गई है बावजूद इसके अब तक मासूम नौनिहालों को मध्यान्ह भोजन का निवाला नसीब नहीं हो पाया है बच्चों को लंबे समय से मध्यान्ह भोजन न मिलने के बारे में जब सुपरवाइजर से फोन पर संपर्क किया गया तो उनके द्वारा बताया गया की दूसरे समूह से अनुबंध करा लिया गया है और बच्चों को मध्यान्ह भोजन मिलने लगा है जबकि हकीकत सुपरवाइजर की दलीलों से कोसों दूर है वहीं जब इस मामले में मध्यान्ह भोजन देने वाले समूह की अध्यक्ष से बात की गई तो उन्होंने बताया की इन्हें और रसोईया को 6 _ 7 माह से पारिश्रमिक नहीं मिला है जिसके कारण ये आंगनवाड़ी केंद्रों में मध्यान्ह भोजन नहीं दे रहे हैं वहीं इनके द्वारा यह भी बताया गया की सुपरवाइजर से इनके द्वारा वेतन भुगतान के लिए कहा गया पर सुपरवाइजर के द्वारा इनसे खर्चा लगने की बात की जा रही है यहां सब की अपनी अपनी दलीलें हो सकती हैं पर उन मासूम नौनिहालों का क्या कसूर जो आंगनवाड़ी केंद्र इस आशा और उम्मीद के साथ आते हैं की आंगनवाड़ी में खाने को भोजन मिलेगा पर यहां तो जिम्मेदारों से बचे तो मासूम नौनिहाल बच्चों को मिले बहरहाल इसे बच्चों का दुर्भाग्य ही कहेंगे कि जहां प्रदेश का मुख्यमंत्री आए और उनके आगमन पर जिले के तमाम विभागों के मुखिया उस ग्राम में मौजूद हों अगर वहां अव्यवस्था मुंह चिढ़ाए इससे दोयम दर्जे की बात हो ही नहीं सकती।