आई विटनेस न्यूज 24, रविवार 13 अप्रैल,जनजाति कल्याण केंद्र महाकौशल द्वारा संचालित नर्मदांचल विद्यापीठ में भी इस बार भी हनुमान जन्मोत्सव का कार्यक्रम का आयोजन किया गया कार्यक्रम के मुख्य अतिथि वीरनारायण छात्रावास के संरक्षक महेंद्र अरजरिया रहे विद्यापीठ के सभी शिक्षक एवं छात्र छात्राओं द्वारा भगवान श्री राम के अनन्य भक्त श्री हनुमान जी का हनुमान चालीसा का पाठ किया गया आरती वंदन की गई एवं बच्चों द्वारा मनमोहक भजन सुनाए गये हवा में उड़ता जाए रे मेरा राम दुलारा रामदुलारा वो तो अंजनी का लाला कार्यक्रम के अध्यक्ष ने अपने वक्तव्य में कहा कि हमें हनुमान जी से हमें सीखना चाहिए कि किस तरह से हनुमान जी प्रतिकूल परिस्थिति को अनुकूल परिस्थिति में बदल देते हैं छोटी-छोटी सीख से हम लोगों को बहुत बदलाव देखने को मिलता है एक सकारात्मक विचारधारा हमारे साथ उत्पन्न होती है और हनुमान जी के कार्य से हमें जरूर सीखना चाहिए जिस तरह से हनुमान जी ने जो भी कार्य किया समय रहते ही किया उदाहरण के लिए संजीवनी औषधि इसी तरह से उन्होंने महत्वपूर्ण बिंदुओं का भी उद्बोधन किया वही कार्यक्रम का आभार नर्मदांचल विद्यापीठ के उपप्राचार्य प्यारेलाल कुशवाहा ने अपने वक्तव्य को प्रस्तुत करते हुए कहा कि हनुमान जी से हमें यही सीखना चाहिए कि किस तरह से हनुमान जी ने हर कार्य के माध्यम से समाज को एक सकारात्मक विचारधारा को प्रस्तुत किया है स्थिति कितनी भी क्यों ना खराब हो हमें संयम धैर्य और समय का इंतजार करना चाहिए यदि प्रकृति ने व्यक्ति के लिए कुछ भी कर रही है तो कहीं ना कहीं उसका अंतिम उपाय भी जरूर निकालती है यह भी हमें हनुमान जी से यही सीख मिलती है जिस तरह से हनुमान जी ने बड़ी सूझबूझ के साथ बड़े-बड़े कार्य किए हैं इस तरह से हमें भी बड़ी सूझबूझ के साथ कार्य करना चाहिए हनुमान जी कहते हैं की अच्छी शिक्षा जहां से भी मिले उसे ग्रहण कर लेना चाहिए और जितना कार्य मिलता है उतना समय के साथ कर लेना चाहिए हनुमान जी कहते हैं कि निर्मल मन का व्यक्ति होना चाहिए विद्यापीठ के अन्य शिक्षकों ने भी भजन के माध्यम से प्रस्तुति दी ,विद्यापीठ में आधुनिक शिक्षा के साथ-साथ आध्यात्मिक शिक्षा एवं संस्कारवान शिक्षा बच्चों को प्रदान करने का कार्य कर रही है
कार्यक्रम की सांस्कृतिक प्रभारी मति भावना साहू एवं समस्त शिक्षक एवं छात्र-छात्राओं की उपस्थिति रही