गणेश पाण्डेय की रिपोर्ट
आई विटनेस न्यूज 24, मंगलवार 4 मार्च,जिले के पूर्व विधायक धरम सिंह मसराम में विगत दिनों कलेक्टर श्रीमती नेहा मारव्या से मुलाकात कर जिले में फैले भ्रष्टाचार के संबंध में चर्चा कर कार्यवाही की मांग की है।
पूर्व विधायक ने जिला कलेक्टर को एक लिखित शिकायत पत्र सौंपा है। जिसमें जिले के शासकीय विभागों में फैले भ्रष्टाचार और घोटाले की जांच और कार्रवाई की मांग की है।
जिसमें जल जीवन मिशन में गड़बड़ी जिले में जल जीवन मिशन में भारी गड़बड़ी सामने आ रही है जिससे मीडिया ने भी समय-समय पर प्रकाशित किया है। निर्माण एजेंसियों द्वारा आधा अधूरा कार्य करके छोड़ दिया गया है और संबंधित विभाग द्वारा ठेकेदार को भुगतान भी कर दिया गया है लेकिन आम जनता को पानी नहीं मिल रहा।
जिले में अमृत सरोवर बांध बनाए गए हैं दिन में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी और भ्रष्टाचार की बात सामने आई है कहीं अमृतसरोवर के स्थान पर फसलें लहलहा रही है। कहीं पानी का पता नहीं है। कागजों में अमृत सरोवर बना दिए गए हैं और शासकीय राशि का बंदर बांट कर लिया गया है।
फर्जी वेंडर घोटाला जिला पंचायत में मनरेगा योजना अंतर्गत लगभग 374 करोड़ का फर्जी वेंडर घोटाला सामने आया है जिसमें लगभग जिले की सभी ग्राम पंचायत में घोटाले और गड़बड़ी तथा फर्जी वाला की संकेत मिले हैं ग्राम पंचायत में 14 में और 15 में वित्त आयोग की राशि में भारी गड़बड़ी दिखाई दे रही है जिसकी जांच पारदर्शी तरीके से नहीं हो पा रही।
जिला आजीविका परियोजना में करोड़ों का घोटाला
जिला आजीवीका परियोजना में करोड़ों का खरीदी घोटाला सामने आया है इस संबंध में मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत के द्वारा समय-समय पर नोटिस भी जारी किए गए हैं।लेकिन किसी भी प्रकार की कार्यवाही नहीं हुई है।
कृषि विभाग बीज वितरण घोटाला
उप संचालक कृषि अश्वनी झरिया लगातार चार वर्षो से जिले की किसानों के साथ चल करते हुए बीज वितरण तथा प्रशिक्षण कार्यक्रम और अन्य मद की राशि में हेर फेर कर गबन तथा शासकीय राशि में बंदर बांट की जानकारी प्रकाश में आई है जिसमें आज तक जांच नहीं हो सकी।
छात्रवृत्ति घोटाला
सहायक आयुक्त आदिवासी विकास विभाग डिंडोरी में छात्रवृत्ति घोटाला एवं अन्य घोटाले
सहायक आयुक्त आदिवासी विकास डिंडोरी में लगभग 2.60 करोड़ का बहुचर्चित छात्रवृत्ति घोटाला जिसकी एफ आई आर डिंडोरी कोतवाली में दर्ज है जिसके अनुसार अधिकारी कर्मचारियों द्वारा सत्र 2019 से 2023 के बीच 2.60 करोड़ का घोटाला किया गया।इस मामले में लगभग दो दर्जन आरोपी हैं लेकिन इसमें केवल दो आरोपी तत्कालीन सहायक आयुक्त अमर सिंह उईके तथा लिपिक संदीप चौरसिया गिरफ्तार होकर जेल हैं शेष सभी आरोपी बाहर हैं ।मामले पर नियमानुसार कार्यवाही अपेक्षित है।
इसके अलावा वर्तमान सहायक आयुक्त डॉ संतोष शुक्ला द्वारा विभागीय कार्यों में अनियमितताएं तथा शासकीय राशि में आदिवासी विकास के मद की राशि अन्य मद पर खर्च किए जाने की आशंका जताई गई है।फिर भी लगातार चार वर्षों से एक ही स्थान पर सेवा दे रहे हैं।
पूर्व विधायक धरम सिंह मसराम ने इन सभी मामलों में जिला कलेक्टर को पत्र लिख कर शीघ्र कार्यवाही की मांग की है।
इनका कहना है
जिले में शासकीय विभागों में भारी गड़बड़ी और भ्रष्टाचार की जानकारी मिल रही है इस संबंध में मेरे द्वारा कलेक्टर को पत्र लिखकर नियमानुसार कार्यवाही की मांग की गई है।
धरम सिंह मसराम
पूर्व विधायक डिंडोरी