ओमप्रकाश परस्ते की रिपोर्ट
आई विटनेस न्यूज 24, सोमवार 10 मार्च,मुख्यमंत्री द्वारा 29 जुलाई 2023 को भोपाल में आयोजित महा सम्मेलन में आशा कार्यकर्ताओं और पर्यवेक्षकों के लिए ₹1,000 की वार्षिक वेतन वृद्धि की घोषणा की गई थी। इसके बाद 2 अगस्त 2023 को मुख्यमंत्री कार्यालय द्वारा इस संबंध में आधिकारिक आदेश भी जारी किया गया था। लेकिन दो वर्ष बीतने के बाद भी इस आदेश का क्रियान्वयन नहीं किया गया है, जिससे प्रदेशभर की आशा कार्यकर्ताओं और पर्यवेक्षकों में भारी आक्रोश है।
आशा ऊषा आशा सहयोगी संयुक्त मोर्चा मध्य प्रदेश द्वारा इस मुद्दे को लेकर कई बार ज्ञापन सौंपे गए, लेकिन अब तक वेतन वृद्धि का भुगतान नहीं किया गया है। सरकार द्वारा आंगनवाड़ी कर्मियों को घोषित वेतन वृद्धि का लाभ जुलाई 2024 से दिया जा रहा है, लेकिन आशा कार्यकर्ताओं और पर्यवेक्षकों के मामले में अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है। इस भेदभावपूर्ण रवैये के खिलाफ आज 10 मार्च 2025 को प्रदेशभर में जिला मुख्यालयों पर प्रदर्शन किए गए।
इसी क्रम में डिंडोरी में भी आशा ऊषा सहयोगी संयुक्त मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने कलेक्टर कार्यालय तक रैली निकालकर प्रदर्शन किया और मुख्यमंत्री के नाम तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा। प्रदर्शनकारियों ने सरकार और राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (NHM) पर उपेक्षा का आरोप लगाते हुए जल्द से जल्द वेतन वृद्धि का भुगतान सुनिश्चित करने की मांग की।
संयुक्त मोर्चा के पदाधिकारियों ने चेतावनी दी है कि यदि जल्द ही उनकी मांगों पर ठोस कदम नहीं उठाए गए, तो वे अपने आंदोलन को और उग्र करेंगे। प्रदेशभर में हो रहे इस विरोध प्रदर्शन ने सरकार के सामने एक नई चुनौती खड़ी कर दी है। अब देखना होगा कि सरकार इस मुद्दे पर क्या रुख अपनाती है।