आई विटनेस न्यूज 24, रविवार 2 मार्च, सार्थक ऐप के जरिए ई-अटेंडेंस की अनिवार्यता के विरोध में मप्र अधिकारी कर्मचारी संयुक्त मोर्चा के बैनर तले रविवार को जिलेभर के हजारों अधिकारी-कर्मचारी सड़कों पर उतर आए। विरोध प्रदर्शन करते हुए कर्मचारियों ने भाजपा विधायक ओमप्रकाश धुर्वे के बंगले तक मार्च किया और उन्हें ज्ञापन सौंपा।
नेटवर्क समस्या के कारण विरोध
संयुक्त मोर्चा के पदाधिकारियों का कहना है कि मध्यप्रदेश सरकार ने सभी विभागों के अधिकारी-कर्मचारियों के लिए सार्थक ऐप से उपस्थिति दर्ज करने का आदेश दिया है। लेकिन डिंडोरी जिले की भौगोलिक परिस्थितियाँ असामान्य हैं और अधिकांश क्षेत्रों में नेटवर्क की भारी समस्या रहती है। ऐसे में सार्थक ऐप से उपस्थिति दर्ज कराना संभव नहीं है।
अन्य जिलों में लागू नहीं, तो डिंडोरी में क्यों?
संयुक्त मोर्चा का तर्क है कि जब तक यह व्यवस्था पूरे मध्यप्रदेश में समान रूप से लागू नहीं होती, तब तक इसे डिंडोरी जिले में भी लागू नहीं किया जाना चाहिए। उन्होंने सरकार से मांग की है कि नेटवर्क और अन्य आवश्यक सुविधाएं सुनिश्चित किए बिना इस नियम को लागू करना अधिकारियों और कर्मचारियों के साथ अन्याय होगा।
संयुक्त मोर्चा के ज्ञापन को स्वीकार करते हुए भाजपा के शहपुरा विधायक ओमप्रकाश धुर्वे ने कर्मचारियों की मांगों को जायज ठहराया और उनका समर्थन किया। उन्होंने कहा कि डिंडोरी जिले में 25% आबादी नेटवर्क और बिजली की समस्या से जूझ रही है, जिससे कर्मचारियों को ई-अटेंडेंस में परेशानी होगी। उन्होंने कहा कि सरकार को पहले उचित सुविधाएं उपलब्ध करानी चाहिए, उसके बाद ही यह नियम लागू करना चाहिए।
प्रदर्शन में शामिल कर्मचारियों ने कहा कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होतीं, वे आंदोलन जारी रखेंगे। उन्होंने सरकार से अपील की कि डिंडोरी जिले में सार्थक ऐप से उपस्थिति दर्ज कराने की अनिवार्यता को तत्काल प्रभाव से रोका जाए।