आई विटनेस न्यूज 24, रविवार 16 मार्च,आदिवासी बाहुल्य डिंडोरी जिले के धनवासी गांव में होली के दूसरे दिन अनोखी परंपरा का आयोजन किया गया। इसे "परिया तोड़न होली" के नाम से जाना जाता है, जिसमें महिलाओं और पुरुषों के बीच जोर-आजमाइश का रोमांचक मुकाबला होता है।
ग्रामीणों के अनुसार, यह प्रतियोगिता उनके पूर्वजों की देन है, जिसे वर्षों से निभाया जा रहा है। आयोजन का मुख्य उद्देश्य गांव के लोगों को नशे और अन्य बुराइयों से दूर रखना और समाज में एकता का संदेश देना है।
इस परंपरा में गांव के सभी समाजों के लोग बढ़-चढ़कर हिस्सा लेते हैं। खेल के दौरान जहां एक ओर पुरुष अपनी शक्ति का प्रदर्शन करते हैं, वहीं महिलाएं भी पूरी ताकत से मुकाबला कर इस अनूठी परंपरा को जीवंत बनाए रखती हैं।
गांव के बुजुर्गों का कहना है कि यह आयोजन न केवल मनोरंजन का माध्यम है बल्कि इससे सामाजिक समरसता भी बनी रहती है। इस परंपरा को निभाने से गांव के लोग एकजुट रहते हैं और नशे व अन्य सामाजिक बुराइयों से दूर रहने की प्रेरणा लेते हैं।
इस विशेष आयोजन ने जिले में एक अलग पहचान बनाई है, जहां पारंपरिक खेलों के माध्यम से लोग संस्कृति और संस्कारों को जीवित रखे हुए हैं।