आई विटनेस न्यूज 24, गुरुवार 27 फरवरी,रबी 2024-25 (विपणन वर्ष 2025-26) में भारत सरकार की प्राइस सपोर्ट स्कीम (पीएसएस) अंतर्गत ई-उपार्जन पोर्टल पर चना, मसूर एवं सरसों के पंजीयन 20 फरवरी 2025 से 10 मार्च 2025 तक किया जाना निर्धारित है। जिले में फसल पंजीयन हेतु पूर्व से निर्धारित गेंहू के 21 पंजीयन केन्द्रों में कृषक अपने फसलों के विक्रय हेतु निर्धारित समय-सीमा में पंजीयन करा सकते हैं। जिले के कृषक स्वयं भी अपने मोबाइल से पंजीयन कर सकते है। पंजीयन हेतु दस्तावेजों में भू अभिलेख संबंधी बी-1, खसरा या भू-अधिकार पुस्तिका की छायाप्रति, आधार कार्ड की छायाप्रति, समग्र आई.डी. की छायाप्रति, बैंक पासबुक की छायाप्रति, पासपोर्ट साइज फोटो, सिक्की/अनुबंध की छायाप्रति, मोबाइल नंबर आवश्यक है। उपरोक्त दस्तावेजों सहित अपने नजदीकी पंजीयन केन्द्र या एम.पी. ऑनलाईन सेंटर, कॉमन सर्विस सेंटर कियोस्क, लोक सेवा केन्द्र, एम.पी. किसान एप के माध्यम से उपार्जन हेतु निर्धारित पंजीयन तिथि 20 फरवरी 2025 से 10 मार्च 2025 तक पंजीयन करा सकते हैं।
जिले में कृषकों के फसल पंजीयन हेतु पूर्व से निर्धारित गेंहू के 21 केन्द्र बनाये गए हैं। जिसमें आदिम जाति सेवा सहकारी समिति मर्या. डिंडौरी, आदिम जाति सेवा सहकारी समिति मर्या. सरहरी, आदिम जाति सेवा सहकारी समिति मर्या. आ.जा.से. सह समिति समनापुर, आदिम जाति सेवा सहकारी समिति मर्या. शहपुरा (मानिकपुर), आदिम जाति सेवा सहकारी समिति मर्या. अमरपुर, आदिम जाति सेवा सहकारी समिति मर्या. परसेल, आदिम जाति सेवा सहकारी समिति मर्या. परसेल (बजाग), आदिम जाति सेवा सहकारी समिति मर्या. हर्रा (कुकर्रमठ), आदिम जाति सेवा सहकारी समिति मर्या. सरहरी (छांटा), आदिम जाति सेवा सहकारी समिति मर्या. निघोरी (भानपुर), आदिम जाति सेवा सहकारी समिति मर्या. चांदरानी, आदिम जाति सेवा सहकारी समिति मर्या. शाहपुर, आदिम जाति सेवा सहकारी समिति मर्या. गोरखपुर, आदिम जाति सेवा सहकारी समिति मर्या. करंजिया, आदिम जाति सेवा सहकारी समिति मर्या. सुनपुरी, आदिम जाति सेवा सहकारी समिति मर्या. चांदपुर, आदिम जाति सेवा सहकारी समिति मर्या. शहपुरा (बरगांव), आदिम जाति सेवा सहकारी समिति मर्या. शहपुरा, आदिम जाति सेवा सहकारी समिति मर्या. कठौतिया, आदिम जाति सेवा सहकारी समिति मर्या. मेंहदवानी, और आदिम जाति सेवा सहकारी समिति मर्या. बिछिया शामिल हैं। जिले के किसान से रबी फसलों के उपार्जन हेतु निर्धारित तिथि तक अपने फसल का पंजीयन करा कर योजना का लाभ उठाएं।