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अमरपुर पंचायत में बाल मजदूरी का घिनौना चेहरा: जहां बच्चों के हाथों में होनी चाहिए किताब वहां उनके हाथ में है शराब के क्वार्टर


 अमरपुर पंचायत में बाल मजदूरी का घिनौना चेहरा: जहां बच्चों के हाथों में होनी चाहिए किताब वहां उनके हाथ में है शराब के क्वार्टर
बच्चों का भविष्य दांव पर, डिंडोरी में बेखौफ होकर चल रहा अवैध शराब का कारोबार

अंकित चंद्रोल की रिपोर्ट
आई विटनेस न्यूज 24, 
गुरुवार 23 जनवरी,अमरपुर जनपद पंचायत क्षेत्र की मोहनझिर पंचायत में बाल मजदूरी का एक बेहद गंभीर मामला सामने आया है। यहां के होटलों और ढाबों में खुलेआम अवैध शराब की बिक्री की जा रही है, और इस घिनौने कारोबार में नाबालिग बच्चों का इस्तेमाल किया जा रहा है।
हमारी टीम ने जब स्थानीय होटलों का दौरा किया तो देखा कि 10-12 साल के बच्चे शराब के क्वार्टर लेकर ग्राहकों को बेच रहे हैं। ये बच्चे, जो कि स्कूल जाने की उम्र के हैं, शराब के कारोबार में मजबूरन लगाए गए हैं।
यह मामला न केवल बाल मजदूरी का एक गंभीर उल्लंघन है बल्कि बच्चों के स्वास्थ्य और भविष्य के लिए भी एक बड़ा खतरा है। शराब के संपर्क में आने से बच्चों का शारीरिक और मानसिक विकास प्रभावित होता है।


 छोटे दुकानदारों में अवैध शराब का कारोबार, प्रशासन की नाकामी पर सवाल

 
समनापुर के शराब ठेकेदारों का सिंडिकेट, डिंडोरी में अवैध शराब का बाजार गर्म
 
 
डिंडोरी शराब ठेकेदारों का रसूख या प्रशासन की मिलीभगत?


डिंडोरी जिले में अवैध शराब का कारोबार बेखौफ तरीके से फलफूल रहा है। सूत्रों के अनुसार, जिले के छोटे-बड़े दुकानदारों में अवैध रूप से शराब की सप्लाई समनापुर के शराब ठेकेदार द्वारा की जा रही है। इन ठेकेदारों ने एक सिंडिकेट बना रखा है।क्या जिले में  प्रशानिक जिम्मेदारों की मिलीभगत से यह अवैध कारोबार धड़ल्ले से चल रहा है?
जिले में जगह-जगह दुकानों, ढाबों, किराने की दुकानों और गली-मोहल्लों में खुलेआम शराब बिक रही है। इस अवैध कारोबार से न केवल कानून व्यवस्था बिगड़ रही है, बल्कि युवा पीढ़ी भी बुरी तरह प्रभावित हो रही है। प्रशासन की नाकामी पर सवाल
इस पूरे मामले में सबसे बड़ा सवाल यह है कि आखिर जिले में पुलिस प्रशासन और आबकारी विभाग द्वारा की जाने वाली कार्यवाही अवैध शराब के सिंडिकेट के लिए न काफी है?क्या कारण है क्यू अवैध कारोबार पर लगाम  नहीं लगा पा रहे हैं? क्या इन अधिकारियों की शराब ठेकेदारों से मिलीभगत है या फिर वे किसी बड़े दबाव में हैं?

बच्चों का भविष्य खतरे में
अवैध शराब के बढ़ते कारोबार से जिले के बच्चों का भविष्य भी खतरे में है। आसानी से उपलब्ध शराब के कारण युवा पीढ़ी नशे की ओर आकर्षित हो रही है। यह एक गंभीर सामाजिक समस्या है जिसके दूरगामी परिणाम हो सकते हैं।



Ashish Joshi

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ASHISH JOSHI | आई विटनेस न्यूज़ 24 के संचालक के रूप में, मेरी प्रतिबद्धता हमारे दर्शकों को सटीक, प्रभावशाली और समय पर समाचार प्रदान करने की है। मैं पत्रकारिता की गरिमा को बनाए रखते हुए हर खबर को सच के साथ प्रस्तुत करने का प्रयास करता हूँ। आई विटनेस न्यूज़ 24 में, हमारा लक्ष्य है कि हम समाज को सशक्त और जोड़ने वाली आवाज़ बनें।