अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद डिंडोरी के मदर टेरेसा विद्यालय में भारी अनिमितताओं को लेकर किया आंदोलन
कक्षाओ में किया जाता हैं धर्मांतरण का प्रयास
मदर टेरेसा स्कूल में अनियमितताएं हैं चरम परशिक्षा परिसर में धर्मांतरण का खेल नहीं होने देंगे! एबीवीपी
गणेश पाण्डे की रिपोर्ट
आई विटनेस न्यूज 24, सोमवार 16 दिसम्बर,डिंडोरी जिला मुख्यालय में स्थित स्थानीय मदर टेरेसा हायर सेकेंडरी स्कूल में अनियमिताएं थमने का नाम नहीं ले रही। पूर्व में भी विद्यालय प्रबंधन पर मनमानी तरीके से फीस वृद्धि और नगर परिषद द्वारा अधिरोपित की गई टैक्स की राशि जमा नहीं करने पर नगर परिषद द्वारा तालाबंदी की गई थी।
आज दिनांक 16 दिसंबर दिन सोमवार को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद द्वारा विद्यालय प्रबंधन को ज्ञापन दिया गया है।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के छात्र-छात्राएं जब समूह में ज्ञापन देने मदर टेरेसा हायर सेकेंडरी स्कूल पहुंचे तो विद्यालय प्रबंधन के द्वारा गेट बंद कर दिया गया और विद्यालय के प्रचार प्रबंधक ज्ञापन लेने नहीं आए उन्होंने अपने विद्यालय स्टाफ को आगे कर दिया। जिससे विद्यार्थी परिषद के छात्र-छात्राएं आक्रोशित हो उठे । और काफी समय तक जब विद्यालय के प्राचार्य प्रबंधक ज्ञापन लेने नहीं आए और विद्यार्थियों को अंदर जाने से रोक रहे थे आंकड़ों से विद्यार्थियों ने विद्यालय प्रबंधन का गेट तोड़ दिया और अंदर पहुंच गए। हालांकि स्थानीय पुलिस प्रशासन जिसमें एसडीओपी के के त्रिपाठी और नगर निरीक्षक गिरवर सिंह उईके के के साथ पुलिस का अमला किसी भी अप्रिय घटना से निपटने के लिए मौके पर मौजूद था। काफी समय तक विद्यालय प्रबंधन और विद्यार्थी परिषद के छात्र-छात्राओं के द्वारा तूतू मेंमें होती रही अंततः मजबूरन विद्यालय प्रबंधन के प्रबंधक को ज्ञापन लेने बाहर आना पड़ा और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के छात्र-छात्राओं ने विद्यालय प्रबंधन में हो रही गड़बड़ियों को लेकर विद्यालय प्रबंधन को अपना ज्ञापन सोपा जिसमें विद्यार्थी परिषद ने बहुत सी मांगे की। ज्ञापन में विद्यार्थी परिषद के द्वारा लिखा गया कि
आपके विद्यालय में विभिन्न प्रकार की समस्या एवं अनियमितता अपने चरम स्तर पर है, जो की इस प्रकार है:-
1. विद्यालय में मैथ्स और टीचर नहीं है, प्राइमरी शिक्षक से ही बोर्ड क्लास पढवाई जा रही है।
2. एक साथ तीन पद पर हॉस्पिटल, प्रिंसिपल और स्कूल मैनेजर है।
3. वॉइस प्रिंसिपल के पास डिग्री कंप्लीट नहीं है (पीजी पढ़ रही है) जोकि सीबीएसई के गाइडलाइंस के अनुसार और किस आधार पर बनाया गया है। कई टीचर अभी भी पढ़ाई कर रहे हैं जो कि गलत है।
4. प्रिंसिपल और वॉइस प्रिंसीपल CBSE guidelines योग्यता के अनुसार अनुभव नहीं है.3 वर्ष का अनुभव चाहिए होता है।
जो सुविधाए नहीं है उनके भी पैसे लिए जाते हैं जैसे पर्याप्त स्मार्ट क्लास नहीं है, खेल सामग्री अभाव, प्रैक्टिकल नहीं होते उसके पैसे लिए जाते है, इंस्टीट्यूट फीस बढ़ाई गई हैं।
6. प्री बोर्ड परीक्षा में 12 वी और 10 वी के बच्चों का मानसिक दबाव बनाना पास न होने पर नाम काटने की धमकी दी जाती है
7. हिन्दू छात्रों से क्रिसमस मनवाया जाता है, अन्य किसी धार्मिक आयोजन जैसे गुरु पूर्णिमा सरस्वती पूजन जैसे त्यौहार नहीं मनाए जाते हैं।
8. सी बी एस सी के नियम के अनुसार डांस टीचर काउंसलर लाइब्रेरियन आदि नहीं है।
9. उन टीचरों इन पदों पर नाम डाला गया है, जिनके पास डिग्री नहीं है
10. महापुरुषों की जयंती एवं पुण्यतिथि नहीं मनाई जाती हैं।
11. हिंदू धर्म को निचा दिखाने का प्रयास होता है, बाइबल के कोट्स पढ़वाई जाते हैं
12. बच्चों का प्रैक्टिकल होना है उस विषय के शिक्षक अभी तक नहीं है (कंप्यूटर का)
13. किसी भी कार्यक्रम के लिए अभिभावक से परमिशन नहीं ली जाती है तथा उस कार्यक्रम में लगने वाली साज सज्जा और अन्य सामग्री के लिए दबाव दिया जाता है
14. बच्चों के भविष्य खिलवाड़ आपकी स्कूल में होता है, पिछले साल एक छात्र का कंपार्टमेंट आया स्कूल प्रबंधन ने जानकारी नहीं दी, जिस वजह से छात्र का भविष्य खराब हुआ है।
15. कक्षाओं में धर्मांतरण का प्रयास किया जा रहा है पूरे कमरों में क्रॉस लगाया गया है।
अतः निवेदन है कि सारी मांगो पर विधिवत ध्यान देते हुए जल्द से जल्द पूरी कराई जाए, अन्यथा विद्यार्थी परिषद आगे विद्यालय के सभी छात्रों के साथ मिलकर बड़े रूप में आंदोलन करने के लिए बाध्य होगी, जिसकी संपूर्ण जिम्मेदारी विद्यालय प्रशासन की होगी।