आई विटनेस न्यूज 24, मंगलवार 03 दिसम्बर,सामाजिक न्याय विभाग एवं जिला शिक्षा केंद्र डिंडौरी द्वारा संयुक्त रूप से विश्व दिव्यांग दिवस का सफल कार्यक्रम सीडब्ल्यूएसएन परिसर में आज मुख्य अतिथि मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री अनिल कुमार राठौर के मार्गदर्शन में आयोजित किया गया। कार्यक्रम में दिव्यांग बच्चों ने विभिन्न प्रतियोगिता रंगोली, चित्रकला, दौड़, गायन, वादन, संगीत आदि के माध्यम से अपनी प्रतिभाओं का प्रदर्शन किया। साथ ही सभी बच्चों ने समाज,परिवार एवं अपने आसपास नशा मुक्ति के लिए लोगों को जागरूक करने का सन्देश दिया। विश्व दिव्यांग दिवस के अवसर पर सभी दिव्यांगजनों को दिव्यांगजन अधिकार अधिनियम 2016 में उनका निहित अधिकारों से अवगत कराते हुए उनको आगे बढ़ाने के लिए संकल्पित किया। दिव्यांग बच्चों को उनकी प्रतिभाओं के लिए सम्मानित किया गया। बच्चों को प्रमाण पत्र स्मृति चिन्ह प्रदाय कर सभी दिव्यांगजनों को गर्म कपड़े, स्कूल बैग इत्यादि का वितरण किया गया। इस अवसर पर उपसंचालक सामाजिक न्याय श्याम सिंगौर, जिला परियोजना समन्वयक राघवेंद्र मिश्रा, अरुण चौबे, श्रीमती मंजूषा शर्मा, श्रीमति श्रुति गुप्ता, अश्विनी झरिया, संतोष मिश्रा, राहुल शर्मा समग्र संयोजक, मयूर बांगर, सुश्री निधि श्रीवास्तव, सुश्री रुचि विनोदिया, प्रकाश सोंधिया सहित समस्त एमआरसी और अन्य समस्त स्टाफ कार्यक्रम में उपस्थित रहे।
विश्व दिव्यांगजन दिवस
विश्व दिव्यांगजन दिवस प्रतिवर्ष 3 दिसंबर को मनाया जाता है। इसका उद्देश्य दिव्यांगों के प्रति व्यवहार में बदलाव लाना और उनके अधिकारों के लिए जागरूकता फैलाना है। संयुक्त राष्ट्र महासभा ने वर्ष 1981 को दिव्यांगजनों के लिए “दिव्यांग व्यक्तियों का अंतरराष्ट्रीय वर्ष“ घोषित किया था,जिसके बाद से प्रतिवर्ष 3 दिसंबर को विश्व दिव्यांगजन दिवस मनाया जाता है। यह दिवस दिव्यांग लोगों के अधिकारों को बढ़ावा देने के साथ उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए महत्व रखता है। इसी क्रम में भारत सरकार ने दिव्यांगजन अधिनियम 2016 पारित किया, जिसका उद्देश्य दिव्यांग व्यक्तियों के अधिकारों की रक्षा करना और उनके सशक्तिकरण को बढ़ावा देना है। यह अधिनियम दिव्यांगजनों को उनके अधिकारों के प्रति क़ानूनी रूप सशक्त करता है।