ओमप्रकाश परस्ते की रिपोर्ट
आई विटनेस न्यूज 24, बुधवार 11 दिसम्बर,एक तरफ मध्यप्रदेश सरकार किसानों के कल्याण के लिये अनेकों योजनाएं संचालित कर रही है तो वहीं दूसरी तरफ आदिवासी बाहुल्य डिंडोरी जिले के किसानों को सिंचाई के लिए पानी नहीं मिल रहा है जिससे किसान हताश और परेशान नजर आ रहे हैं! दरअसल जल संसाधन विभाग के द्वारा रुसा एवं तरच गांव में करोड़ों रूपये की लागत से बांध एवं नहरों का निर्माण कराया गया है लेकिन किसानों का आरोप है की उन्हें बांध और नहरों से खेतों की सिंचाई के लिए पानी नहीं मिल रहा है! बांध से सिंचाई के लिए पानी नहीं मिलने से किसान परेशान हैं ।टूटी नहरें तो कैसे आए पानी डिंडोरी के रुसा माल और बाजाग के तरच में बांध से सिंचाई के लिए किसानों को पानी नहीं मिल पा रहा है। किसान बेबस है।वहीं किसानों बताया कि लगभग 15 साल पहले नहरों की सफाई की गई थी उसके बाद कोई काम विभाग के द्वारा नही किया गया।
जिसके कारण नहरे क्षतिग्रस्त हो गई है और किसानों को फसल के लिये पानी नही मिल पा रहा है।खेती के लिए पानी की समस्या बढ़ रही है। किसान अपनी साल भर की गाढ़ी कमाई बर्बाद होते देख काफी परेशान हैं। आदिवासी जिला होने के चलते इस क्षेत्र में ऐसे सम्पन्न किसान नही है जो आधुनिक व्यवस्था से अपनी फसल बचा सके,क्षेत्र में छोटे एवं गरीब किसान है ऐसे में इनके पास सिंचाई के कोई साधन नहीं है, क्षेत्र के कास्तकार की फैसले बारिश या बाँध से आये हुए पानी पर निर्भर हो करते है,
सरकार के द्वारा लाखों रुपए खर्च कर डेमो का निर्माण कराया गया हैं,लेकिन विभागीय अधिकारियों की लापरवाही 15 साल से नहरों मरम्मत नही होने के चलते डेम से किसानों काे लाभ नहीं मिल रहा है। लिहाजा क्षेत्र के ग्रामीण विकास की इन योजनाओं पर सवाल उठा रहे हैं।
जब इस संबंध में जिम्मेदारो से पूछा गया तो अधिकारी और नेता जी भी गोलमोल जवाब देते नजर आए।