ओमप्रकाश परस्ते की रिपोर्ट
आई विटनेस न्यूज 24, मंगलवार 19 नवम्बर,अपने एक शिक्षकीय शाला तो सुनी होगी पर शायद ही आपने दो छात्रीय शाला अपने सुनी हो।
डिण्डोरी विकासखंड अंतगत एक ऐसा स्कूल भी है जिस स्कूल में कक्षा 1 से 5 तक की क्लासेज़ हैं, लेकिन स्कूल में सिर्फ दो ही विद्यार्थी है. इन विद्यार्थी को पढ़ाने के लिए स्कूल में एक शिक्षका है।जो अपने शिक्षकीय दायित्व को बखूबी समझती है।
जहाँ की जिले के ऐसे अनेको शिक्षक है जो अपने शिक्षकीय दायित्व की खानापूर्ति करते है,ये शिक्षक स्कूल तो जाते है पर स्कूल से भागने का बहाना खोजते रहते है।वहीं ये दो छात्रों वाली ये शिक्षिका मेधा इनवाती बच्चे आये या न आये वो अपने कर्तव्य क्षेत्र में रोज़ाना तैनात रहती है।इस दो छात्रों की शाला में कई बार एक बच्चा ही आता है तो कई बार दोनों ही नही आते पर बच्चों के भविष्य की चिंता रखने वाली ये शिक्षिका इस आस में हर रोज़ स्कूल में तैनात रहती है कि यदि एक भी छात्र आया तो उसकी पढाईं का नुकसान न हो जाये।जिले का ये सेटेलाइट स्कूल डिंडोरी विकासखंड के हर्रा टोला धमन गांव से प्रकाश में आया है।जहां केवल दो बच्चे रिकॉर्ड में दर्ज हैं। और एक शिक्षिका जहां कभी-कभी बच्चे आते हैं और कभी बच्चे नहीं आते। जिस दिन दोनों बच्चे नहीं आते उस दिन स्कूल में केवल शिक्षिका ही नजर आती है।इस बात का खुलासा खुद शिक्षिका मेधा इनवाती ने किया है।