गणेश पाण्डे की रिपोर्ट
आई विटनेस न्यूज 24, मंगलवार 12 नवम्बर,एफआरए और पेसा से सामुदायिक सशक्तिकरण की दिशा में बढ़ते कदम, डिंडौरी की संस्थाएं हुई एकजुट"
महात्मा गांधी सेवा आश्रम, डिंडोरी द्वारा कृषि विज्ञान केंद्र में "महिलाओं, युवाओं और नागरिक समाज के साथ नेटवर्क और संगठन का समर्थन" विषय पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला में डिंडोरी ब्लॉक के 10 से अधिक गैर सरकारी संगठनों (एनजीओ) (एट्री, कार्ड, न्यूसीड,) ने भाग लिया। इस कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य वन अधिकार अधिनियम (एफआरए) और पंचायत (अनुसूचित क्षेत्रों में विस्तार) अधिनियम (पेसा) के बारे में जागरूकता बढ़ाना, सामाजिक कार्यकर्ताओं का एक मंच बनाना, और सामुदायिक निर्माण के लिए प्रशिक्षण मॉड्यूल तैयार करना था।
कार्यशाला में उपस्थित प्रतिभागियों ने सामूहिक प्रयासों से एफआरए और पेसा के लाभ ग्रामीण समुदायों तक पहुंचाने के तरीकों पर चर्चा की। साथ ही, उन्होंने इन प्रयासों को गांवों तक प्रभावी ढंग से पहुंचाने के लिए एक साझा मंच बनाने की आवश्यकता पर बल दिया।
महात्मा गांधी सेवा आश्रम द्वारा यह डिंडोरी और मंडला ब्लॉक में तीसरा नेटवर्क गठबंधन बैठक थी, जो एफआरए के कार्यान्वयन को बढ़ावा देने के साथ-साथ सामाजिक संगठनों और कार्यकर्ताओं के बीच तालमेल को मजबूत करने के लिए आयोजित की गई थी। इस कार्यशाला का उद्देश्य था कि आने वाले समय में यह मंच सामुदायिक प्रशिक्षण कार्यक्रमों, जागरूकता अभियानों और अध्ययन मॉड्यूल के माध्यम से गांव के लोगों के जीवन को सकारात्मक रूप से प्रभावित करे।
प्रतिभागियों के विचार:
प्रकृति सेवा संस्थान के प्रतिनिधि ने कहा, “इस तरह की कार्यशालाएं हमें एकजुट होकर सामूहिक रणनीति बनाने का अवसर देती हैं। हम मिलकर अपने समुदायों में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए प्रयासरत हैं।”
एट्री संस्थान के प्रतिभागी ने कहा, “महात्मा गांधी सेवा आश्रम द्वारा आयोजित यह कार्यशाला हमें एक साझा उद्देश्य के साथ आगे बढ़ने में सहायक है। हम सभी मिलकर एफआरए और पेसा के प्रति जागरूकता फैलाकर अपने गांवों को सशक्त बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।”