आई विटनेस न्यूज 24, रविवार 24 नवम्बर,ट्रेडिशनल गोदना का इन दिनों चलन काफी है और इसके लिए नई जनरेशन के लोग अब ट्रेडिशनल कूदने को काफी हद तक अपने लगे हैं तो ऐसे ही डिंडोरी जिले की एक गोदना आर्टिस्ट मंगलाबाई इन दोनों मुंबई के एक स्टूडियो में अपने गोदने का और गोदना प्रथा का प्रचार तो कर ही रही हैं साथ में वह वहां के लोगों पर कूदने की छाप भी छोड़ रही हैं मंगल डिंडोरी जिले के गदा सराय के लालपुर के एक छोटे से कस्बे से आती हैं और मंगल ने गोदना कल अपनी मां शांति बाई से सीखा है आपको बता दें की मंगल के पिताजी भी बहुत अच्छे कलाकार हैं वह भी गांव में एक बहुत ही प्रसिद्ध बाजा जिसे डाहकी कहा जाता है इसके बड़े जानकारी हैं वैसे तो अब यह वाद्य यंत्र उनकी या उनके साथ ही अब विलुप्त होने को है या यूं कहें कि शायद समाज और नई पीढ़ी इन वाद्य यंत्रों को शायद ही समझ पाती होगी तो वही मंगल अपनी मां शांति भाई के बताए पद चोन पर लगातार कई बड़े-बड़े आर्टिस्ट के साथ विदेशी दौरा तो करती ही हैं साथ ही भारत के कई कोनों पर जाकर गोदना का काम उनके द्वारा किया जाता है फिलहाल मंगल मुंबई के एक स्टूडियो में लगातार गोदना करने का कार्य कर रहे हैं और लोग काफी पसंद भी कर रहे हैं मंगल की कलाकारी को