जंगल में बनवा दिया स्टाप डैम
आई विटनेस न्यूज 24, शुक्रवार 15 नवम्बर,डिंडोरी आदिवासी बाहुल्य जिले की कहानी बड़े ही अजब गजब कारनामों से भरी पड़ी है कारनामें भी ऐसे की सुनकर लोग दांतो तले उंगलियां दबाने विवश हो जाए पर इससे जिम्मेदार नुमाइंदों को जरा भी सरोकार नहीं है ऐसा ही मामला है जनपद पंचायत डिंडोरी अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायत पलकी का है जहां लगभग वर्ष 19 __ 20 में तत्कालीन सरपंच ओमकार सिंह उद्ददे के द्वारा अपने स्वार्थ हित साधने के फेर में महात्मा गांधी राष्ट्रीय रोजगार गारंटी योजना से लगभग 15 लाख रुपए की लागत से अपने पद का दुरुपयोग करते हुए स्टाप डैम का निर्माण ऐसी जगह करा दिया जो वर्ष 1990 के रिकार्ड अनुसार खसरा नंबर 45 है और उक्त स्थान रिकार्ड के मुताबिक छोटे झाड़ का जंगल है जिसमें विश्राम सिंह वालरे तकरीबन 20 वर्षो से भी अधिक समय से काबिज है और बकायदा विश्राम सिंह एवं इनके पिता उक्त स्थल का जमा पटाते आ रहे हैं यहां अहम और अव्वल सवाल यह है कि शासकीय रिकार्ड अनुसार जिस जगह पर स्टाप डैम निर्माण कार्य किया गया है वह छोटे झाड़ का जंगल है तो फिर वहां पर स्टाप डैम का निर्माण कैसे संभव हो गया क्या शासकीय रिकार्ड झूठे और तत्कालीन सरपंच ओमकार सिंह उद्ददे सही है या पद रसूख और नेतागिरी की दम पर असंभव कार्य संभव हो गया यह जांच का विषय है पर यहां विडम्बना यह है कि आखिर मामले की जांच करेगा कौन क्योंकि यहां तो तमाम जिम्मेदार ""अंधों के शहर में चश्में बैचनें की कहावत को चरितार्थ करते नजर आते हैं