आई विटनेस न्यूज 24, शनिवार 9 नवम्बर,आज अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद द्वारा प्रधानमंत्री मंत्री कॉलेज ऑफ एक्ससलेंस शासकीय चन्द्रविजय महाविद्यालय डिंडोरी की महाविद्यालय कार्यकारिणी की घोषणा की गई,जिसमें महाविद्यालय अध्यक्ष शिवम अहिरवार, महाविद्यालय मंत्री तरुनलता कुशराम,नगर कार्यालय मंत्री रौनक साहू,नगर एस एफ डी प्रमुख, दीपाली वनवासी, गगन बर्मन, मोनू ओबेरॉय, चिन्मय सोनी,सोनम वनवासी, दिनु ननद, रागिनी खैरवार, गंगोत्री मार्को, नितेश पन्द्राम, तेजस साहू, अनुपमा टेकाम, शिवकुमार बर्मन, जायेश्वरी गोले, अमिता सैयाम, राधारानी बनवासी, विवेक वसपे, संदीप गोले,अनुज नागेश,प्रिंस नागेश, योगेंद्र झरिया, रिंकू हनुमंत, सुरेंद्र टेकाम, अश्वनी, संस्कृति वातरे, देवकी पुशम, किरण उद्दे,गौरा मोले, पारुल गवले, स्नेहा हिरोन्दी, पूर्णिमा गवले,रूपेंद्र सैयाम, नानू सिंह परस्ते,देवेंद्र सिंह धुर्वे, रोहित प्रमाकर, तुलसी परस्ते, केशरी धुर्वे, अंजनी परस्ते, अमित कुमार को दायित्व सौंपा गया।
कार्यकारिणी घोषणा में मुख्य रूप से अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के मण्डला विभाग संगठन मंत्री रामाधार सिंह बैस ,डिंडोरी जिला संगठन मंत्री अमन अठनेरिया,जिला संयोजक विवेक मार्को, नगर मंत्री देपेंद्र जोगी,नगर सह मंत्री वासु ओबेरॉय, नगर विद्यालय प्रमुख विशाल ओबेरॉय, मुस्कान कछवाहा, निहारिका तिवारी जी उपस्थित रहे।
मण्डला विभाग संगठन मंत्री रामाधार सिंह जी ने बताया कि स्थापना काल से हीं अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने छात्र हित और राष्ट्र हित से जुड़े प्रश्नों को प्रमुखता से उठाया है और देश व्यापी आंदोलनों का नेतृत्व किया है। आज इस संगठन से जुड़े रहे लोग समाज-जीवन के हर क्षेत्र में सक्रिय हैं और अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा रहे हैं। बांग्लादेशी अवैध घुसपैठ और कश्मीर से धारा 370 को हटाने के लिए विद्यार्थी परिषद समय-समय पर आदोलन चलाते रहा है।राष्ट्रवादी छात्रों के इस संगठन की हर वर्ष देशव्यापी सदस्यता होती है। देश के सभी विश्वविद्यालयों और अधिकांश कॉलेजों में परिषद की इकाईयां हैं। अधिकांश छात्रसंघों पर परिषद का ही अधिकार है। संगठन का मानना है कि आज का छात्र कल का नागरिक है। हर वर्ष होने वाले प्रांतीय और राष्ट्रीय अधिवेशनों के द्वारा नई कार्यसमिति गठित होती हैं और वर्ष भर के कार्यक्रमों की घोषणा होती है। यह एकमात्र संगठन है जो शैक्षणिक परिवार की अवधारणा में विश्वास रखता है और इसी कारण परिषद के अध्यक्ष पद पर प्रोफेसर हीं चुने जाते हैं। इसकी चार स्तरीय इकाईयां होती है। पहली कॉलेज इकाई, दूसरी नगर इकाई, तीसरी प्रांत इकाई और चौथी राष्ट्रीय इकाई। अब कई स्थानों पर जिला इकाई भी बनने लगी है |
डिंडोरी जिला संगठन मंत्री अमन अठनेरिया ने कार्यकारिणी घोषणा करते हुए बताया कि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की स्थापना का मूल उद्देश्य राष्ट्रीय पुनर्निर्माण है। विद्यार्थी परिषद के अनुसार, छात्रशक्ति ही राष्ट्रशक्ति होती है। राष्ट्रीय पुनर्निर्माण के लिए छात्रों में राष्ट्रवादी चिंतन को जगाना ही अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद का मूल उद्देश्य है। देश की युवा छात्र शक्ति का यह प्रतिनिधि संगठन है। इसकी मूल अवधारणा राष्ट्रीय पुनर्निर्माण है।