वार्ड न. 01 व 06 में रोड निर्माण में अनियमितता मामले में कोतवाली पुलिस ने ठेकेदार को गिरफ़्तार कर न्यायालय के माध्यम से भेजा जेल,तत्कालीन सीएमओ व उपयंत्री की गिरफ़्तारी शेष - i witness news live
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वार्ड न. 01 व 06 में रोड निर्माण में अनियमितता मामले में कोतवाली पुलिस ने ठेकेदार को गिरफ़्तार कर न्यायालय के माध्यम से भेजा जेल,तत्कालीन सीएमओ व उपयंत्री की गिरफ़्तारी शेष


 -लोकायुक्त के निर्देशन में कोतवाली में दर्ज हुई थी FIR -थाना प्रभारी अनुराग जामदार ने दर्ज की थी प्राथमिकी


गणेश पाण्डे की रिपोर्ट

आई विटनेस न्यूज 24, शुक्रवार 26 अक्टूबर,जिला मुख्यालय के वार्ड क्रमांक 01 व 06 में बनाई गई घटिया सड़क मामले में एड. सम्यक जैन ने मप्र के लोकायुक्त जस्टिस एनके गुप्ता को सड़क निर्माण में हुए भ्रष्टाचार की जानकारी दी थी जिस पर संज्ञान लेते हुए लोकायुक्त ने प्रमुख सचिव न नगरीय विकास एवं आवास विभाग को निर्देशित कर तथ्यात्मक प्रतिवेदन लोक आयुक्त कार्यालय को उपलब्ध कराने को कहा था। जिस तारतम्य में संयुक्त संचालक ने जाँच टीम गठित कर जाँच कराई जिसमे पाया की वार्ड न 06 गणेश मंदिर से सुधीर जैन के घर तक सीमेंट सड़क की टॉप लेयर की मोटाई 15 सेमी के स्थान पर 7.0-7.5 सेमी का पाया गया जबकि माप पुस्तिका पर 15 सेमी का माप दर्ज किया गया है। वही वार्ड 01 में जबलपुर मुख्य मार्ग से इमली कुटी तक सीसी रोड निर्माण कार्य का ठेकेदार द्वारा टॉप लेयर निर्धारित मोटाई 15 सेमी के स्थान पर 9 सेमी. न का कार्य किया गया जबकी माप पुस्तिका में 15 सेमी. का माप दर्ज किया गया है। जिस माप पुस्तिका में माप दर्ज कर प्रथम एवं अंतिम देयक राशि रुपये 734499 का तैयार किया जाकर राशि रुपये 575452 का ठेकेदार को न भुगतान किया गया। कार्य स्थल पर निर्माण कार्य में उपयोग की गई सामग्री एवं कार्य निर्धारित मानक के अनुरूप नहीं पाया गया। जाँच प्रतिवेदन में निविदाकार द्वारा निर्धारित मापदंड एवं मानक के अनुरूप कार्य न किए जाने से एवं न उपयंत्री द्वारा कार्य के दौरान निरक्षण में लापरवाही बरतने के कारण कार्य गुणवत्ता पूर्ण नहीं पाए जाने से तत्कालीन अपने पदीय कर्तव्यों के प्रति घोर लापरवाही

आशुतोष सिंह उपयंत्री एवं तत्कालीन शशांक आर्मो लापरवाही व अनियमितता की गई थी। जांच में दोनों का कृत्य , अनुशासनहीनता की श्रेणी में पाया गया था।

लाखों रुपए का भुगतान किए जाने के बाद लोकायुक्त तक मामला पहुंचने पर इसमें कोतवाली पुलिस ने तत्काल सीएमओ, उपयंत्री सहित ठेकेदार पर मामला दर्ज किया था। जानकारी के अनुसार मार्च माह में दर्ज इस अपराध में जहां कोतवाली पुलिस ने सतना जिले से संबंधित ठेकेदार बोर्ड को गिरफ्तार तो कर लिया, लेकिन कोतवाली पुलिस अब तक इस मामले भार एवं में आरोपी तत्कालीन सीएमओ और उपयंत्री तक नहीं पहुंच पा रही है। साधक जिससे पुलिस की कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठ रहे हैं। हालांकि पुलिस रखपुर के जिम्मेदारों का कहना है कि इस मामले की जांच ने रफ्तार पकड़ ली सचिव है जल्द ही सीएमओ और उपयंत्री की भी गिरफ्तारी संभव होगी। पुलिस या के के जिम्मेदारों का कहना है कि इनके द्वारा विभागीय स्तर पर पत्र जारी कर कामार्ग संबंधित अधिकारियों की गिरफ्तारी के लिए अनुमति मांगी गई हैं। गौरतलब डी क्षेत्र है कि लोकायुक्त के सख्त निर्देश के बाद वर्तमान सीएमओ सतेंद्र सालवार वैकिंग ने कोतवाली में एफआईआर दर्ज कराई थी। पुलिस ने इस मामले में न्यूज तत्कालीन नगर परिषद अधिकारी शशांक आर्मो, इंजीनियर आशुतोष सिंह क्वि. और ठेकेदार मेसर्स पौराणिक ट्रेडर्स के प्रोपाइटर ओम शिव त्रिपाठी के जाने विरूद्ध छह मार्च 2024 को मामला दर्ज किया था। उस समय पुलिस ने रा के तीनों आरोपितों पर धारा 420, 34 के तहत मामला दर्ज किया था, लेकिन पुल्क अब ठेकेदार की गिरफ्तारी के बाद धारा 409 के साथ अन्य धाराएं भी तर्गत बढाई गई हैं। ठेकेदार की गिरफ्तारी के बाद इंजीनियर और सीएमओ की की भी गिरफ्तारी की मांग की जा रही है। बताया गया कि जिला मुख्यालय के राशि वार्ड क्रमांक एक और छह में दो अलग अलग सडक बनाने के दौरान बडी जमा अनियमितता को अंजाम देकर सात लाख 87 हजार 716 रुपए की आर्थिक  हानि शासन को पहुंचाई गई थी।