डिंडोरी जिला मुख्यालय
में विगत कई दिनों से स्वच्छता पखवाड़ा जिसमें स्वच्छता ही सेवा 2024
चल रहा है। लेकिन जिला मुख्यालय में जगह-जगह कचरा फैला हुआ है कही शराब की बोतल और
डिस्पोजल, तो कहीं कचरा पड़ा हुआ नजर आता है और स्वच्छता ही सेवा कागजों पर चलते
नजर आ रहा है। इसी कार्यक्रम के तहत बाइक रैली निकालकर स्वच्छता का संदेश दिया
गया। रानी अवंती बाई चौक बस स्टैंड में रैली का समापन हुआ वहीँ कैंपस के अंदर कचरा ही कचरा नजर आया।
सुबखार नर्मदा नदी के घाट पर बने हुए धर्मशाला में अक्सर शराब की खाली बोतलें और डिस्पोजल ही नजर आते हैं। जहां एक और शासन के निर्देश हैं कि नर्मदा नदी से 500 मीटर की दूरी पर शराब की बिक्री पूरी तरह प्रतिबंधित है वही नर्मदा नदी के घाटों पर ही शराब की खाली बोतलें और डिस्पोजल मिलना क्या साबित करता है ये बताने की जरूरत नहीं।
नर्मदा तत्पर घाटों की सफाई तो होती है लेकिन नर्मदा नदी में मिलने वाले गंदे नालों की अभी तक कोई भी व्यवस्था नहीं बन पाई है।सीवर लाइन के दूषित जल से प्रदूषित हो रही नर्मदा के बचाने एनजीटी ने नपा को निर्देशित किया था। नर्मदा में मिलने वाले सभी नालों को बंद कर उचित व्यवस्था की जाने एवं नर्मदा किनारे पाधरोपण व संरक्षित करने कहा गया था, लेकिन इसका पालन आज तक नहीं हो सका। एनजीटी के निर्देशों के अनुसार नर्मदा किनारे लगे कचरे के ढेर को हटाने निर्देशित किया गया था, लेकिन आज तक उसका पालन नहीं किया गया। आज भी जगह जगह कचरे का अम्बार लगा रहता है। जिसके कारण नर्मदा का जल प्रदूषित हो रहा है। वहीं अभी तक यहां पौधरोपण भी नहीं कराया गया। विगत दिनों पत्रकारों का एक समूह कलेक्टर से मिला और नर्मदा नदी में मिलने वाले गंदे नालों की समस्या के संबंध में विस्तृत चर्चा की जिसमें कलेक्टर ने जल्द से जल्द सर्व करवा कर इस समस्या को हाल किए जाने की बात कही है।
जिला मुख्यालय नहीं हुआ ओडीएफ प्लस
जिले में ज्यादातर ग्राम पंचायत ओडीएफ प्लस मतलब खुले में शौच से मुक्त ग्राम घोषित किए गए हैं जबकि जिला मुख्यालय ओडीएफ प्लस नहीं हुआ। आज भी नगर में सुख और पुरानी डिंडोरी, बंधान टोला ,झुरकी टोला के कई मोहल्ले में लोग खुले में शौच करते हैं ।