गुरुवार 26 सितंबर
देश में 53 M पैरासिटामॉल सहित 53 दवाएं क्वालिटी टेस्ट में फेल (Quality Tests Failed) पाई गई हैं। इनमें बीपी, डायबिटीज, एंटी फंगल और विटामिन की कुछ दवाएं भी शामिल है। देश की सबसे बड़ी ड्रग रेगुलेटरी बॉडी सेंट्रल ड्रग्स स्टैंडर्ड कंट्रोल ऑर्गनाइजेशन (CDSCO) ने जो लिस्ट जारी की है, उनमें दर्द दूर करने वाली दवा डिक्लोफेनेक, बुखार उतारने वाली दवा पैरासिटामोल,एंटीफंगल मेडिसिन फ्लुकोनाजोल और कुछ विटामिन की दवाएं भी हैं। ये दवाएं देश की कई बड़ी फार्मास्युटिक्लस कंपनी बनाती है। क्वालिटी टेस्ट में ये मेडिसन फेल हो गई है और उनको सेहत के लिए खतरनाक बताया गया है। CDSCO ने 53 दवाओं के क्वालिटी टेस्ट किए थे, लेकिन 48 दवाओं की ही लिस्ट जारी की। क्योंकि 5 दवाइयां नकली थीं।
ये दवाएं क्वालिटी टेस्ट में फेल
CDSCO ने अपनी नई नॉट ऑफ स्टैंडर्ड क्वालिटी (NSQ) अलर्ट लिस्ट में 53 दवाओं के नाम डाले हैं। स्टेट ड्रग अफसर हर महीने रैंडम सैंपलिंग करते हैं और उसी के आधार पर NSQ अलर्ट जारी किए जाते हैं। जो दवाएं क्वालिटी टेस्ट में फेल मिली हैं उनमें विटामिन C और D3 की गोलियां Shelcal, विटामिन B कॉम्प्लेक्स और विटामिन C सॉफ्टजेल, एंटासिड Pan-D, पैरासिटामोल टैबलेट IP 500 mg, डायबिटीज की दवाई Glimepiride, हाई ब्लड प्रेशर की दवा Telmisartan जैसी कई प्रसिद्ध दवाएं शामिल हैं। इन दवाइयों को Hetero Drugs, Alkem Laboratories, Hindustan Antibiotics Limited (HAL), Karnataka Antibiotics & Pharmaceuticals Ltd, Meg Lifesciences, Pure & Cure Healthcare जैसी कंपनियों बनाती हैं।
क्या है CDSCO
इंडियन ड्रग्स रेग्युलेटर सेंट्रल ड्रग्स स्टैंडर्ड कंट्रोल ऑर्गनाइजेशन (CDSCO) देश में दवाओं, चिकित्सा उपकरणों और सौंदर्य प्रसाधनों के नियमन और मानकों के लिए जिम्मेदार प्रमुख संस्था है। भारत सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय के अधीन काम करने वाली यह संस्था रेग्युलेटरी ऑर्गनाइजेश की तरह काम करता है जो कि देश में उपलब्ध दवाएं, चिकित्सा उपकरण और सौंदर्य प्रसाधन के लिए सुरक्षा और क्वालिटी स्टेंडर्ड तय करता है।