डिंडोरी आदिवासी बहुल जिला डिंडोरी के विकासखंड डिंडोरी के संकुल केंद्र अझवार में पदस्थ शासकीय शिक्षक नारद सिंह पाराशर ले रहे हैं, गरीबों को मिलने वाला प्रधानमंत्री गरीब कल्याण निशुल्क अनाज, यहां पर शासकीय लोक सेवक जिनको मध्य प्रदेश सरकार के द्वारा महीने में 35 से 40 हजार तनख्वाह दिया जा रहा है,बावजूद इन लोक सेवकों के द्वारा मध्य प्रदेश सरकार के द्वारा गरीबों को दिए जाने वाले अनाज पर सेंधमारी लगा रहे हैं! हम बात कर रहे हैं, ।
जनपद पंचायत समनापुर के अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायत मारगांव पड़रिया निवासी शिक्षक नारद सिंह पाराशर जो कि शासकीय
उच्च मा वि अझवार में पदस्थ हैं, इस शिक्षक के द्वारा शासन के द्वारा गरीबों के
लिए चलाई जा रही निशुल्क प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना का धड़ल्ले से उपयोग
किया जा रहा है! यहां पर प्रश्न यह है कि आखिर किसकी लापरवाही के चलते इन लोक
सेवकों के द्वारा गरीबों के हक पर डांका डाला जा रहा है, क्या जिले का खाद्यान्न विभाग ऐसे ही शासकीय कर्मचारियों को
गरीबों को मिलने वाला अनाज बांटता रहेगा या कोई कार्यवाही की जाएगी, क्या यूं ही जिले का सहकारिता विभाग हाथ पर हाथ
रखकर बैठे रहेगा और सरकार को लाखों करोड़ों का चूना लगाते रहेंगे! गौरतलब है कि
अगर जिला प्रशासन इस मुद्दे की सूक्ष्मता से जांच करवाएं तो अकेले डिंडोरी जनपद
में सैकड़ो शासकीय कर्मचारी/लोक सेवक ऐसे मिलेंगे जो इस योजना का लाभ धड़ल्ले से
ले रहे हैं, और शासन प्रशासन
को लाखों करोड़ों का चूना लगा रहे हैं!
पूर्व में भी पति पत्नी दोनों शासकीय शिक्षक होते हुए गरीबी रेखा योजना का लाभ लेते पाए गए थे उस समय भी अधिकारिओं ने केवल जाँच की बात कहकर मामले से पल्ला झाड लिया था ।
इनका कहना है
शासकीय शिक्षक इस योजना का लाभ नहीं ले सकते, अगर ले रहे हैं तो जिला पंचायत से हम इसकी जांच कराएंगे और कार्यवाही करवाएंगे!
रतिराम सिंदराम जिला शिक्षा अधिकारी डिंडोरी