मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने
विभागों के द्वारा आयोजित 18 प्रदर्शनी का अवलोकन किया। सर्वप्रथम उन्होंने कृषि विभाग द्वारा आयोजित
प्रदर्शनी में पारंपरिक कृषि उपकरण, आधुनिक कृषि उपकरण, डिंडौरी जिले के श्रीअन्न आदि कृषि परंपरा का अवलोकन किया। पशुपालन विभाग
द्वारा कुक्कुट पालन और पशुपालन के विभिन्न पहलुओं को प्रदर्शन किया। मत्स्य विभाग
ने जिले में की जा रही विभिन्न की मत्स्य उत्पादन को प्रदर्शित किया।
वैद्यशास्त्र पर आधारित रही आयुष विभाग की प्रदर्शनी
आयुष विभाग की प्रदर्शनी में
क्षेत्र के आयुर्वेद भंडार को प्रदर्शित किया गया। डिंडौरी जिले में औषधियों की
व्याप्तता है जिन पर आयुष विभाग निरंतर कार्य कर रहा है। प्रदर्शनी मुख्यमंत्री
डॉ. मोहन यादव को आयुर्वेद के विभिन्न विधाओं को प्रदर्शित किया।
महिला बाल विकास द्वारा स्व-सहायता समूहों से आत्मनिर्भर होती बहनें
महिला बाल विकास विभाग एवं आजीविका
विभाग के तहत संचालित स्व सहायता समूहों की प्रदर्शनी आकर्षण का केन्द्र रही
जिनमें लौह शिल्प, हस्तशिल्प, मेहंदी और प्रसाधन स्टॉल, बांस उत्पाद, बेकरी, कोदो-कुटकी से निर्मित उत्पाद तथा अन्य हस्तनिर्मित डिंडौरी जिले के प्रसिद्ध
उत्पादों को प्रदर्शित किया गया। उक्त प्रदर्शनी में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के
हाथ में स्व सहायता समूह की दीदीयों ने प्यारे भैया लिखकर रक्षाबंधन पर्व को
मनाया।
प्रकृति को समर्पित नौग्रह पर आधारित नौ वाटिका
आयुष विभाग और वन विभाग द्वारा
चन्द्रविजय कॉलेज परिसर में नवग्रह वाटिका का निर्माण किया गया। जिसके तहत नौ
ग्रहों पर आधारित नौ पौधों का पौधारोपण किया। नौ ग्रह वाटिका में मदार, पीपल, अपामार्ग, गूलर, पलाश, खैर, दुर्वा, शमी और कुशा का पौधा शामिल है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने पीपल राज्यमंत्री
नगरीय विकास विभाग एवं आवास विभाग सह जिले की प्रभारी मंत्री श्रीमती प्रतिमा
बागरी ने गूलर, सांसद श्री फग्गन सिंह
कुलस्ते ने अपामार्ग का पौधा रोपित किया।
उक्त प्रदर्शनी के दौरान भाजपा
जिलाध्यक्ष अवधराज बिलैया, जिला पंचायत अध्यक्ष रूद्रेश परस्ते, नरेन्द्र राजपूत, पंकज सिंह तेकाम, श्रीमती नरबदिया मरकाम, जिला पंचायत उपाध्यक्ष श्रीमती अंजू ब्यौहार सहित अन्य गणमान्य नागरिक मौजूद
रहे।