जिले में आईटीआई डिण्डोरी द्वारा ड्यूल सिस्टम (दोहरी प्रशिक्षण प्रणाली) के अन्तर्गत आईटीआई डिण्डौरी एवं तेजस्विनी महासंघ डिण्डौरी के बीच समझौता किया गया है। जिसमें इस प्रणाली के तहत आईटीआई के माध्यम से सैद्धांतिक प्रशिक्षण तथा तेजस्विनी संघ डिण्डौरी के इकाईयों द्वारा प्रायोगिक प्रशिक्षण दिया जायेगा। इस योजना के तहत प्रशिक्षण का क्रियान्वयन आईटीआई एवं तेजस्विनी संघ दोनों में किया जाना है। इस योजना में प्रशिक्षण के लिए विभिन्न इकाईयों का चयन किया है। जिनमें कोदो कुटकी प्रसंस्करण इकाई, बेकरी इकाई, नमकीन इकाई, मसाला इकाई, मिनी दाल मिल, ओवन मशीन, चिरौंजी प्रसंस्करण मशीन, टीएचआर, कोदो दराई मशीन, धना पिसाई मशीन, डालडा फिल्टर मशीन, पैकिंग मशीन, दोना पत्तल मशीन, आटा मिक्सर मशीन, बिस्किट कटर मशीन, अन्नवाई बिस्किट निर्माण मशीन, ब्रेड कटर मशीन, जनरेटर मशीन, ऑयल मिल इकाई, हण्डा ईकाई, मसाला यूनिट, आचार चिरौंजी ईकाई शामिल हैं।
इस योजना के तहत प्रशिक्षण का क्रियान्वयन आई.टी. आई. एवं संबंधित उद्योगों में किया जाना है। उक्त प्रशिक्षण के अवधि 3 से 6 माह की होगी। इस पद्धति के तहत आईटीआई तथा प्रतिष्ठान आपसी समन्वय से प्रशिक्षण की अवधि को ब्लाक मोड में (आईटीआई में कुछ महिने तथा प्रतिष्ठान में कुछ महिने) या मिश्रित मोड (सप्ताह में कुछ दिवस आईटीआई में तथा शेष दिवस प्रतिष्ठानों) इकाई में संपादित करेंगे।
प्रशिक्षणार्थी क्राफ्ट्समेन ट्रेनिंग स्कीम के तहत ड्यूल सिस्टम ऑफ़ ट्रेनिंग के लिए निर्धारित फाइनल परीक्षा में सम्मिलित होंगे तथा सफलतापूवर्क उत्तीर्ण होने पर उन्हें नेशनल ट्रेड सर्टीफिकेट (ड्यूल सिस्टम ऑफ़ ट्रेनिंग) प्रदान किया जायेगा। जिसके बाद प्रशिक्षणार्थी को सफलता पूर्वक प्रशिक्षण प्राप्त करने एवं परीक्षा पास करने पर राष्ट्रीय व्यावसायिक प्रमाण-पत्र प्रदाय किया जायेगा। प्रमाण-पत्र के प्राप्त होने पर प्रशिक्षणार्थीयों को प्रतिष्ठानों में रोजगार व स्वरोजगार के अवसर प्राप्त होंगे। फूड प्रोडेक्शन में आईटीआई डिण्डौरी में प्रवेश हेतु पंजीयन की अंतिम तिथि 14 अगस्त 2024 है।
भविष्य में फूड प्रोडेक्शन का क्षेत्र रोजगार प्रदान कराने में एक प्रमुख क्षेत्र है इसलिए क्षेत्र के युवाओं को इस क्षेत्र में जानकारी प्रदान करने के लिए आईटीआई डिण्डौरी के द्वारा 13 अगस्त और 14 अगस्त 2024 को कैंपस का भ्रमण कराया जायेगा। जिसमें विद्यार्थी प्रशिक्षण केन्द्र की व्यवस्था, फूड प्रोडेक्शन के क्षेत्र में विभिन्न आयामों को आसानी से समझ पायेंगे।