मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने लाडली
बहना आभार सह उपहार कार्यक्रम के दौरान सावन मेले में भाग लिया। सावन मेले का
आयोजन रक्षाबंधन पर्व के तहत लाडली बहनाओं को समर्पित करने के लिए किया गया। उक्त
मेले में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने भजन मंडली के साथ सावन के गीत गाए। मेले
में सावन झूले का निर्माण किया गया था। जिसपर राधाकृष्ण बने बच्चों को मुख्यमंत्री
डॉ. यादव ने झूला झुलाया। सावन मेला सावन के हरियाली का प्रतीक है। जिसमें बहनें
सावन झूले का आनंद लेतीं हैं। डिंडौरी के क्षेत्रीय ग्रामीण अंचल के परिवेश पर
आधारित घास से निर्मित कुटी सावन मेले के आर्कषण का केन्द्र रही। कुटी में
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने बैगा महिला बहन के साथ आनाज की हाथ चक्की से अन्न
पीसा और ग्रामीण जीवन के बारे में अनुभव किया। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने सावन
मेले में राधाकृष्ण बने बच्चों के चरण स्पर्श कर आर्शीवाद लिया और कृष्ण बने बालक
ने मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के समक्ष मटकी फोडी। उक्त सावन मेले का आयोजन महिला
बाल विकास विभाग, आजीविका विभाग के
द्वारा किया गया।