राजेश ठाकुर की रिपोर्ट
आई विटनेस न्यूज 24, गुरुवार 1 अगस्त,आदिवासी बहुल जिला डिंडोरी में दूर बसे अंचलों में शिक्षा का इस्तर दिन प्रतिदिन गिरता जा रहा है, कारण स्पष्ट है विभाग के आला अधिकारियों के द्वारा समय-समय पर संस्थाओं की मॉनिटरिंग नहीं की जा रही है! जिसका जीता जागता उदाहरण है विकासखंड डिंडोरी के संकुल केंद्र अझवार के अंतर्गत पड़ने वाली शासकीय प्राथमिक शाला सारसताल जहां पदस्थ शिक्षिका भारती परस्ते स्कूल टाइम पर बच्चों को पढ़ाना छोड़,अपनी कुर्सी पर बैठकर नींद में चकनाचूर है! गौरतलब है कि अगर समय-समय पर विभाग के अधिकारियों के द्वारा विद्यालय का निरीक्षण होता रहे, तो शायद ही इस प्रकार की लापरवाही शिक्षक/शिक्षिका अपने विद्यालयों में ना करते! उन्हें पता है की विद्यालय में कोई अधिकारी आता जाता नही इसलिए शिक्षक/शिक्षिका अपनी मनमानी करते रहते हैं! इन जैसे लापरवाह कर्मचारियों की वजह से ही सरकार निजीकरण को प्रोत्साहन देने में मजबूर होती है! जिसका बाद में इन्हीं कर्मचारियों के द्वारा विरोध किया जाता है!