गणेश पाण्डेय आई विटनेस न्यूज 24 सोमवार 26 अगस्त
डिंडोरी जिला आदिवासी जिला है जंहा 60 प्रतिशत आबादी आदिवासियों की है इस जिले
में आदिवासियों के हक को किस तरह अधिकारी निगल रहे है इसका जीता जागता उदारण
मुख्यालय के सरकारी निगवानी वेयर हाउस में देखने को मिला । निगवानी गोदाम में सन
21-22 को गेंहू वितरित करने आया था लेकिन समय पर गेंहू वितरित नही करने की वजह से
पूरा 500 किवंटल गेंहू सड़ गया और अब यह गेंहू को टेंडर के जरिये नीलाम किया जाएगा
। वही सरकारी गोदामो में अव्यवस्थओ के
चलते अच्छा रखा राशन भी सड़ गल जा रहा है
जिससे सरकार को करोड़ो का नुकसान हर वर्ष हो रहा है । बात 500 किवंटल गेंहू खराब
होने नही है बात रख रखाव सही नही होने से सरकार को चपत लग रही है । सन 21-22 का
गेंहू जिस गोदाम में रखा है उसके आसपास ओर भी राशन रखा है जो खराब होने की स्थिति
में आ रहा है । जिले के अधिकारी अपना मत तो दे रहे है कि खराब गेंहू को नीलाम कर
दिया जाएगा लेकिन खराब क्यों हुआ इस बात की जानकारी नही दे पाए ।
बिना नियमित प्रभारी (कर्मचारी ) के चल रहा सागर टोला गोदाम
वहीँ दूसरी ओर जिले के सागर टोला गोदाम में विगत कई महीनो से कोई नियमित प्रभारी कर्मचारी नही है।सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार बाह्य श्रोत कर्मचारी के हवाले गोदाम कर दिया गया है।जो डिन्डोरी से सागर टोला अप डाउन करते हैं। पूर्व में गोदाम में पदस्थ नियमित कर्मचारी को जिला पंचायत में अटैच करके रखा गया है। जिसके कारण कर्मचारी लंबे समय से अवकाश पर है। नियमित कर्मचारी गोदाम में न होने पर यदि किसी भी प्रकार की गड़बड़ी या वित्तीय अनियमितता होती है तो जवाबदार कौन होगा ?