डिन्डोरी
सावन माह की त्रयोदशी तिथि के दिन भगवान शिव को जल चढ़ाया जाता है. कहा जाता है कि
सावन माह में कांवड़ लाने और शिवलिंग पर जलाभिषेक करने से हर तरह की मनोकामनाएं
पूरी होती हैं।
सनातन धर्म में हर साल सावन का महीना भगवान शिव की पूजा के
लिए काफी फलदाई माना जाता है हर साल सावन में लाखों कावड़िया नर्मदा नदी से जल
लेकर अपने मंदिरों में शिवलिंग पर जलाभिषेक करते हैं कावड़ लाने वाले भक्त को
कांवरिया कहा जाता है ।सामान्यतः सावन के
महीने में सोमवार को ही कावड़ यात्रा निकल जाती है जिला मुख्यालय में नर्मदा नदी से
जल लेकर कांवरिया नजदीकी 14 किलोमीटर दूर ग्राम ग्राम कुकर्रामठ जाकर ऋण मुक्तेश्वर महादेव को जल
चढ़ाते हैं। जिले से अपनी अपनी सुविधा के अनुसार कांवरिया प्रथम द्वितीय तृतीय और
चतुर्थ सोमवार को जलाभिषेक करने जाते हैं। कांवड़ियों का एक समूह अमरकंटक भी
जलेश्वर महादेव में जल चढ़ाने जलाभिषेक करने जाता है जिसमें बाजे गाजे के साथ सैकड़ो की संख्या में कांवड़िए दो पहिया
वाहनों में जलाभिषेक करने जाते हैं।
हर साल की भांति
इस साल भी शनि सेवा समिति मढ़िया घाट डिंडोरी द्वारा कल दिनांक 5 अगस्त तीसरे सोमवार को सुबह 8 बजे मढ़िया घाट से कुकर्रामठ के लिए कांवड़िए जिनमे पुरुष
और महिलाएं बाजे गाजे के साथ निकलेंगे और कुकर्रामठ जाकर ऋण
मुक्तेश्वर महादेव का जलाभिषेक करेंगे