डिन्डोरी कलेक्टर विकास मिश्रा ने कलेक्ट्रेट सभाकक्ष
में 02 अगस्त को आयोजित होने वाले रोजगार मेला और जिले में
संचालित स्व-रोजगार योजनाओं के संबंध में बैठक का आयोजन किया। उक्त बैठक में सहायक
आयुक्त जनजातीय कार्य विभाग डॉ. संतोष शुक्ला, महाप्रबंधक जिला व्यापार
एवं उद्योग विभाग श्रीमती राधिका कुसरो, एलडीएम रविशंकर सिंह, प्राचार्य आईटीआई रमेश मरावी,
रोहित पाण्डेय सहित अन्य
संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।
कलेक्टर ने शहपुरा आईटीआई कॉलेज
में 02 अगस्त दिन शुक्रवार को आयोजित होने वाले रोजगार मेले की
तैयारियों की समीक्षा की। उक्त मेले में आठ कम्पनियां क्षेत्र के युवाओं को रोजगार
उपलब्ध करायेंगी। उन्होंने कहा कि मेहंदवानी और शहपुरा के युवाओं को रोजगार मेले
का अधिक से अधिक लाभ पहुंचाना सुनिश्चित करें। कलेक्टर ने रोजगार मेले में आने
वाले कम्पनियों के प्रतिनिधियों के लिए उचित व्यवस्था करने के निर्देश दिए। साथ ही
उन्होंने कहा कि रोजगार मेले का लाभ ग्रामीण क्षेत्रों के युवाओं को प्राप्त हो, इसके लिए उन्हें जागरूक किया जाए।
कलेक्टर ने अनुसूचित जाति एवं
अनुसूचित जनजाति वर्ग के लिए संचालित स्व-रोजगार योजनाओं की समीक्षा की। अनुसूचित
जनजाति के लिए संचालित भगवान बिरसा मुण्डा स्व-रोजगार योजना एवं टंट्या मामा
आर्थिक कल्याण योजना की समीक्षा करते हुए कलेक्टर ने प्रेषित प्रकरण, वितरण प्रकरण, स्वीकृत प्रकरण और लंबित प्रकरणों की जानकारी
ली। उन्होंने कहा कि लक्ष्य की पूर्ति करते हुए लंबित प्रकरणों का निपटान शीघ्र
करें। इसी प्रकार अनुसूचित जाति के लिए संचालित संत रविदास स्वरोजगार योजना और डॉ0 भीमराव अंबेडकर आर्थिक कल्याण योजना की समीक्षा करते हुए कलेक्टर ने निर्धारित
लक्ष्यों को समय पर पूरा करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि युवाओं को इन
स्व-रोजगारोन्नमुखी योजनाओं के प्रति जागरूक करें। जिससे उनकी कौषल में वृद्धि हो
सके। युवाओं द्वारा किये जा रहे नवाचारों को इन योजनाओं के माध्यम से एक नया आयाम
प्राप्त होगा। ऐसे युवा जो पढाई छोड चुके हैं, उन्हें इस योजना के लाभ
लेने के लिए प्रेरित करें।