कलेक्टर विकास मिश्रा के मार्गदर्शन
व महिला एवं बाल विकास विभाग के द्वारा में आज जिले के समस्त विकासखंड स्तर पर परियोजना
कार्यालय अंतर्गत अंतरराष्ट्रीय माहवारी स्वच्छता दिवस के रूप में मनाया गया। जिसमें
मासिक धर्म स्वच्छता महिलाओं और लड़कियों के सम्मान और कल्याण के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण
है और मूलभूत स्वच्छता, सफाई और प्रजनन संबंधी स्वास्थ्य सेवाओं का एक महत्वपूर्ण हिस्सा
है। कार्यक्रम में किशोरी बालिकाओं एवं महिलाओं को स्वच्छता संबंधी जानकारी दिया गया।
माहवारी के समय गंदा कपड़ा के बजाय सनेटनरी पेड इस्तेमाल करने की सलाह दी गई इससे होने
वाले बीमारी से बचा जा सकता है।
परियोजना अमरपुर के किशोरी बालिका रुकमणी एवं रानू ने कहा कि समाज में महिलाओं एवं युवतियों को मासिक धर्म सुरक्षा एवं स्वच्छता को लेकर कई परेशानियों से गुजरना पड़ता है, इसलिए ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में जागरुकता फैलाना बहुत जरूरी है और साथ ही कहा कि अपने देश की ही नहीं बल्कि विश्व भर की महिलाओं और युवतियों को मासिक धर्म के कारण कई परेशानियों सहित आने वाली चुनौतियों का सामना करना पड़ता है, इसलिए इसके बारे में जागरुकता प्रसारित करना व इस समस्या के बारे में अपने समाज के दृष्टिकोण में बदलाव होना जरूरी है, उन्होंने मासिक धर्म प्रबंधन की जानकारी देते हुए बताया कि माहवारी है तो हम है, माहवारी कोई भार नहीं है, यह प्रकृति का उपहार है, मासिक धर्म है कुदरत का खेल-इसे न समझो ।
अंतरराष्ट्रीय माहवारी स्वच्छता दिवस
के उपलक्ष्य पर को ग्रामीण क्षेत्रों में माहवारी जागरुकता और भ्रांतियों को दूर करने
के लिए किशोरी बालिकाओं के द्वारा माहवारी स्वच्छता दिवस पर रंगोली, मेंहदी, चित्रकारी,
भाषण, आदि में बढ़चढ़ कर भाग लिया गया। किशोरियों ने ’पीरियड पर चुप्पी तोड़ो, स्वस्थ
जीवन से नाता जोड़ो।’ ’पीरियड की जानकारी बदलेगी दुनिया सारी’ और ’पीरियड
का खून नहीं समाज की सोच गंदी है’ जैसे अलग-अलग संदेश दिया।


