कलेक्टर विकास मिश्रा के निर्देशन में रेवा स्वास्थ्य कैंप का आयोजन महिला एवं बाल विकास, स्वास्थ्य विभाग और आयुष विभाग के द्वारा किया गया। कलेक्टर विकास मिश्रा ने डैम घाट में आयोजित कैंप में भाग लिया, और लोगों से स्वास्थ्य के सम्बन्ध में चर्चा की।
स्वास्थ्य कैंप के माध्यम से जिला प्रशासन की संयुक्त टीमों के द्वारा दूरस्थ क्षेत्रों तक प्रत्येक जनपद पंचायत में कुपोषण के खिलाफ एक अभियान चलाया जा रहा है, जिसके द्वारा स्वास्थ्य के प्रति लोग जागरूक हो रहे हैं।
स्वास्थ्य कैंप के तहत जिम्मेवार विभाग कुपोषण को दूर करने में अपनी अपनी मुख्य भूमिका निभाते है, आयुष विभाग के द्वारा बच्चों को पोषण आपूर्ति कराने के लिए सुपोष्टीक चूर्ण प्रदान किया जा रहा है, जिसमें अश्वगंधा, सतावर, शुन्टी, मधुयष्टि को छीरपाक विधि से तैयार कर बनाया जाता है, इस सुपोष्टीक चूर्ण से बच्चों के वजन में वृद्धि साथ ही याददाश्त, शीत, उदर,सर्दी आदि रोगों से बचाव में उपयोगी है। आयुष विभाग कुपोषित बच्चों के लिए झीरबला तेल भी प्रदान करता है जिससे बच्चों की मांसपेशियाँ मजबूत होती है, साथ ही स्वर्णप्राशन से भी कुपोषण दूर करने में मदद मिल रही है। इसके अलावा आयुष विभाग द्वारा वात रोग, उदर रोग, मधुमेह, कास श्वास, एनीमिया, ज्वर, श्वेतप्रदर आदि रोगों लिए भी कैंप के तहत उपचार उपलब्ध कर रहा है।
इसी प्रकार महिला बाल विकास के द्वारा आँगनवाड़ीओं के माध्यम से वितरित किये जाने वाला महुआलाटा पाउडर कुपोषित बच्चों के लिए वरदान साबित हो रहा है, महुआलाटा पाउडर का निर्माण महुआ, रमतीला, अलसी, चना, मक्का, गुड़, मूंगफली, तिल को मिलाकर करते है जिससे बच्चों के वजन में वृद्धि होती है साथ ही पाचन प्रक्रिया दुरुस्त रहती है।