डिंडोरी। शहपुरा की एसडीएम निशा नापित की सनसनी खेज हत्या के मामले में पुलिस टीम ने बड़ी सफलता प्राप्त की है डिंडोरी पुलिस ने इस मामले में तत्परता से कार्य करते हुए महज 24 घंटे में अंधे का खुलासा कर दिया है पुलिस ने आरोपी पति मनीष शर्मा को गिरफ्तार कर लिया है इस पूरी कार्यवाही को पुलिस उपमहानिरीक्षक रेंज बालाघाट मुकेश श्रीवास्तव कलेक्टर विकास मिश्रा पुलिस अधीक्षक अखिल पटेल के मार्गदर्शन में थाना शहपुरा की टीम द्वारा अंजाम दिया गया है।
पति ने तकिए से मुंह दबाकर की थी हत्या*
बालाघाट के डीआईजी मुकेश श्रीवास्तव ने बताया कि मृत्यु का निशा नापित के पति मनीष शर्मा ने तकिया से मुंह दबाकर हत्या की है उन्होंने बताया कि इस खौफनाक वारदात को अंजाम देने के बाद साक्ष्य मिटाने का प्रयास भी किया गया था।
इस तरह से हुआ मामले का खुलासा*
प्राप्त जानकारी के अनुसार 28 जनवरी 2024 को शाम 4:00 बजे शहपुरा के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के वार्ड बाय राजेश यादव ने थाना शहपुरा में डॉक्टर रत्नेश द्विवेदी द्वारा लिखित तहरीर भेजी जिसमें से पूरा एसडीएम निशा नापित का शव अस्पताल लाने की बात कही गई थी। मौके पर पहुंचने पर ज्ञात हुआ किएसडीएम निशा नापित को उसका पति मनीष शर्मा उपचार करने के लिए अस्पताल लाया है और उस समय मृतका के नाक और मुंह से खून निकल रहा था सूचना मिलने पर कलेक्टर विकास मिश्रा पुलिस अधीक्षक अखिल पटेल और अन्य वरिष्ठ अधिकारी तुरंत मौके पर पहुंचे उनके मार्गदर्शन में मामले की गंभीरता से विवेचना करने पर ज्ञात हुआ की एसडीएम निशा नापित एवं मनीष शर्मा निवासी ग्वालियर ने shaadi.com के माध्यम से शादी की थी निशा द्वारा सर्विस बुक बीमा तथा बैंक खाते में मनीष शर्मा का नाम नॉमिनी के रूप में नहीं करवाने को लेकर अक्सर विवाद होता था पुलिस द्वारा घटनास्थल का निरीक्षण गवाहों के बयान पीएम रिपोर्ट और अन्य साक्ष्य के आधार पर पाया कि निशा के पति मनीष शर्मा ने तकिया से मुंह नाक दबाकर एसडीएम ने निशा नापित की हत्या की और साक्ष्य छुपाने का प्रयास किया पुलिस ने आरोपी पति मनीष शर्मा को गिरफ्तार कर आईपीसी की धारा 302 304 बी तथा 201 के तहत मामला दर्ज कर लिया है।
डीआईजी ने पुलिस टीम को इनाम देने की घोषणा*
उक्त मामले में शहपुरा के थाना प्रभारी एस एल मरकाम व स्टॉप उपरीक्षक मनोज
त्रिपाठी थाना मेहंद्वानी सहायक उप
निरीक्षक संतोष यादव चौकी प्रभारी विक्रमपुर में विवेचना में सहयोग कर महज 24 घंटे में इस अंधे कत्ल का खुलासा किया
है।बालाघाट रेंज के डीआईजी श्रीवास्तव ने तत्परता से मामले का खुलासा करने पर पुलिस विवेचना में
लगे सभी अधिकारी कर्मचारियों को 20000 नगद ईनाम देने की घोषणा की है।