डिंडोरी जिले में मुख्यालय के नजदीकी वेयरहाउस
गोदाम निगवानी में अन्न दूत गाड़ियों में ओवरलोड माल परिवहन करने का मामला नहीं थम
रहा। विगत दिनों इसकी जानकारी मीडिया के माध्यम से प्रकाश में लाई गई थी लेकिन आज
तक उस मामले में ना कोई जांच हुई ना कोई कार्यवाही।
अन्न दूत योजना अंतर्गत चल रही गाड़ियों में
मनमाने तरीके से माल का परिवहन किया जाता है। द्वारा निर्धारित किए गए नियमों को
ताक पर रखकर निर्धारित वजन से दोगुना से भी अधिक माल लोड कर परिवहन किया जाता है।
संबंधितों से जब जानकारी चाही गई तो संबंधितों ने कहा कि जिम्मेदार अधिकारी गोदाम
में नहीं है और आपको कोई जानकारी चाहिए तो कलेक्टर का आदेश लेकर आओ। आखिर किसकी सह
पर छोटे कर्मचारी इतनी दबंगई से काम कर रहे हैं। जब काम सही चल रहा है तो जानकारी
देने से कैसा परहेज ?
6 से 8 टन खाद्यान्न परिवहन की क्षमता
वाले 1000 वाहन इस योजना के माध्यम से युवाओं को ख़रीदे गए
हैं । Madhya Pradesh Annadoot Yojana के तहत नागरिक
आपूर्ति निगम खाद्यान्न परिवहन के लिए 65 प्रति क्विंटल
की दर से भुगतान करती है। जिसमें
परिवहनकर्ता को डीजल, ड्राइवर सहित अन्य खर्चे भी निकालने होते हैं । लेकिन वर्तमान समय में गोदाम प्रभारी की देखरेख में ओवरलोड का जो खेल चल रहा
है
कुछ ऐसी है उसकी गणित
शासन द्वारा
निर्धारित नियम के अनुसार 7 से 8 क्विंटल माल का परिवहन एक बार में
किया जाना है। 65 रुपए प्रति क्विंटल के हिसाब से 8 टन माल के परिवहन का
भुगतान 5200 रू होता है। जिसमें 1000 डीजल 840 रुपए पल्लेदारी 500 ड्राइवर का खर्च होता है
जो कुल मिलाकर 2340 रुपए होता है। 2860 रुपए की बचत होती है।
वहीं दूसरी ओर एक
राउंड में 16 क्विंटल माल का परिवहन करने पर 10400 प्राप्त होते हैं। लेकिन
लागत वही डीजल खर्च और ड्राइवर का। केवल पल्लेदारी का चार्ज बढ़ता है जो बढ़कर 840 के स्थान पर 1680 रुपए होता है। जो कुल मिलाकर 3180 रुपए होता है। 10400 प्राप्त और कुल खर्च 3180 रुपए जिसमें बचत 7220 की होती है।
शासन द्वारा
निर्धारित किए गए वजन में यदि माल परिवहन किया जाता है तो जानमाल दोनो सुरक्षित, इसकी चिंता किसे है
कम समय में अधिक राशि बनाने के चक्कर में मनमाने तरीके से गाड़ियों में माल लोड कर
परिवहन किया जा रहा है। ओवरलोड माल का परिवहन करने पर गाड़ियां भी समय से पहले ही
खराब हो जाएगी दरअसल दीपावली के समय वाहन मालिकों की चल रही हड़ताल समाप्त करने के लिए जिले के आला अधिकारियों द्वारा मौखिक तौर पर 12 क्विंटल माल परिवहन के निर्देश दिए गए थे।
जिसका फायदा उठाते हुए गोदाम से जुड़े लोग ओवरलोड कर माल परिवहन करने लगे हैं। जिसकी
जल्द जांच होनी जरूरी है क्रमशः---------------------------