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कलेक्टर विकास मिश्रा ने खरीफ विपणन वर्ष 2023-24 में धान उपार्जन की समीक्षा बैठक ली


गणेश पाण्डेय, आई विटनेस न्यूज़ 24, गुरुवार 30 नवम्बर 

डिण्डौरी  कलेक्टर विकास मिश्रा की अध्यक्षता में आज कलेक्ट्रेट सभा कक्ष में खरीफ विपणन वर्ष 2023-24 में धान उपार्जन की समीक्षा बैठक संपन्न हुई। उन्होंने समूह की महिलाओं को धान उपार्जन केन्द्र के आवंटन के संबंध में दिशा निर्देश के अनुसार कार्यवाही करना सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। जिला प्रबंधक  नागरिक आपूर्ति निगम तथा एन.आर.एल.एम. डिण्डौरी को निर्देशित किया गया है कि जिन महिला समूहों को उपार्जन का कार्य दें उन्हे अच्छी तरह से प्रशिक्षित करें, ताकि ई-उपार्जन पोर्टल पर उपार्जन कार्य निर्बाध रूप से हो सके। जिला स्तरीय समिति के सभी सदस्यों की उपस्थिति में खरीदी केन्द्र प्रबंधको/प्रभारियों/आपरेटर्स तथा समस्त सर्वेयर की बैठक की जाएगी। जिसमें उपार्जन नीति में जारी दिशा- निर्देशो के अनुरूप कार्यवाही संपादित कराये जाने हेतु प्रशिक्षित किया जाए। बैठक में सर्व संबंधितों को भी आमंत्रित किया जाए। कृषको को समर्थन मूल्य का लाभ दिलाये जाने हेतु समितिस्तर एवं ग्राम पंचायत स्तर पर व्यापक प्रचार-प्रसार की व्यवस्था नोडल एजेन्सी जिला प्रबंधक, नागरिक आपूर्ति निगम डिण्डौरी द्वारा सुनिश्चित की जाए। इसके साथ ही सहायक आयुक्त सहकारिता एवं नोडल अधिकारी सीसीबी डिण्डौरी, समस्त उपार्जन केन्द्र एजेन्सियों को यह निर्देशित किया गया है कि कृषको के बैठने की व्यवस्था टैंट, दरी, पेयजल, शौचालय आदि की पूर्ण व्यवस्था की जाएं। धान को स्टेकिंग में लगाकर तिरपाल से ढकें तथा बरसात होने पर उपार्जित धान को कवर्ड करने के लिये पर्याप्त तिरपाल की व्यवस्था उपार्जन केन्द्र प्रभारियो के द्वारा बनाई जाए। जिले के ग्रामीण अंचलो में संचालित पेट्रोल पंपो में समर्थन मूल्य पर धान उपार्जन के बैनर जिला प्रबंधक नागरिक आपूर्ति निगम लगवाना सुनिश्चित करें। जिले के नगरीय क्षेत्र में स्थित थाना गोदाम के बाहर अव्यवस्थित खड़े होने वाले ट्रक वाहनों की व्यवस्थित कराया जावें तथा गोदाम के बाहरी पटल पर व्हाईट बोर्ड लगाकर काले मार्कर पेन से उपलब्ध सामग्री व उसकी मात्रा लिखी जाए। जिला उपार्जन समिति के सदस्यों का, दल दिनांक 01 दिसम्बर 2023 से प्रत्येक उपार्जन केन्द्र का भ्रमण करें तथा उपार्जन नीति मे दिये गए। जिला स्तरीय उपार्जन समिति के सदस्यों का एक व्हाट्सअप ग्रुप बनाए गए, जिसमें प्राप्त समस्याओं के निराकरण पर आपसी विचार विमर्श कर सुलझाए। विगत वर्ष विवादास्पद तथा संवेदनषील रहे धान उपार्जन केन्द्र कुकर्रामठ, छांटा, बरगांव, मेंहदवानी, हर्रा केन्द्रों पर मुस्तैद अमला लगाया जाकर मानीटिरिंग किया जाए तथा कार्यवाही सुनिश्चित की जाए। किसानों को किसी भी प्रकार की कठिनाई का सामना न करना पडे़ इस बावत् आवश्यक देख रेख किया जाए। निरीक्षक नापतौल को बैठक में निर्देश दिये गये है कि सभी उपार्जन केन्द्रों में लगे इलेक्ट्रानिक तौल कांटो का सत्यापन कार्य दो दिवस में पूर्ण कर लिया जावें। इसके साथ ही नापतौल कार्यालय के नवीन निर्मित भवन में पानी , बिजली की समस्या के चलते वरिष्ठ कार्यालयस्तर को पत्र भेजा जाकर संयुक्त कलेक्ट्रेट कार्यालय में सिफ्ट करने हेतु निर्देशित किया है। इसके साथ ही डिडौरी जिले के समस्त प्राईवेट एवं गोदामस्तर पर लगे हुये धर्मकांटो को कैलीब्रेशन करने एवं यह भी निर्देषित किया गया एवं जिले में स्थित समस्त धर्मकांटो की सूची जिसमें स्थान , धर्मकांटे का नाम, प्रोपाईटर एवं प्रबंधक का नाम तथा उनका मोबाइल नंबर सहित सूची एक दिवस के अंदर कार्यालय कलेक्टर (खाद्य-शाखा) कलेक्ट्रेट भवन में उपलब्ध कराने को कहा गया। उपसंचालक किसान कल्याण तथा कृषि विभाग डिण्डौरी से उपार्जन केन्द्रों में नोडल अधिकारी के रूप में नियुक्त करने हेतु ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारियों के अमले की सूची कलेक्टर(खाद्य- शाखा) जिला डिण्डौरी में प्रस्तुत करें, ताकि नोडल अधिकारियों के रूप में नियुक्ति आदेश जारी किया जा सके। आकस्मिक वर्षा एवं शीत ऋतु में ओस, ओलावृष्टि को दृष्टिगत् रखते हुये प्रत्येक उपार्जन केन्द्र पर पर्याप्त तिरपाल की व्यवस्था सुनिश्चित रखी जाए। इसकी देख-रेख एवं व्यवस्था की पूर्ति नोडल अधिकारी द्वारा संबंधित नोडल एजेन्सी नागरिक आपूर्ति निगम तथा समिति/संस्था/समूह के प्रबंधक एवं केन्द्र प्रभारी से संपर्क कर पूर्ण कराया जाए। जिला प्रबंधक, नागरिक आपूर्ति निगम को निर्देषित करते हुये कहा कि परिवहनकर्ता की बैठक ली जाकर उपार्जन केन्द्र में प्राप्त स्कंध का परिवहन त्वरित तथा तीव्र गति से कराया जाए। बैठक में उपस्थित एन.आर.एल.एम. कार्यालय से रिक्त उपार्जन केन्द्रों में स्वः सहायता समूह के माध्यम से धान उपार्जन हेतु स्वः सहायता समूहों नाम के प्रस्ताव मंगाने हेतु जिला प्रबंधक, एन.आर.एल.एम. को निर्देशित किया गया है। सहायक आयुक्त सहकारिता एवं नोडल अधिकारी जि.सह.के.बैं.मर्या. मण्डला जिला शाखा डिण्डौरी को निर्देषित किया गया है रिक्त उपार्जन केन्द्रों में उपार्जन केन्द्र स्थापित करने हेतु सहकारी समितियों को प्रोत्साहित कर उन्हे उपार्जन केन्द्र के रूप में कार्य करने हेतु नाम प्रस्तावित करें।  उपार्जन केन्द्रों में आने वाली उपज निर्धारित मापदण्डो के अनुरूप ही खरीदी की जावें तथा कृषको को किसी भी प्रकार की समस्या न हो इस बात का ध्यान रखा जावे। किसी भी स्तर पर अनियमितता बरतने वाले अधिकारी /कर्मचारी के ऊपर वैधानिक कार्यवाही की जावेंगी। बैठक में कलेक्टर द्वारा चेतावनी देते हुये निर्देश दिये गये है कि गोदामस्तर एवं उपार्जन केन्द्र पर कार्य करने वाले सर्वेयर तथा उनके सुपरवाईजर द्वारा एफ.ए.क्यू. धान के संबंध में दिये गये दिशा-निर्देशो के अनुसार कार्य किया जावें अनावष्यक रूप से किसी भी कृषक अथवा व्यक्ति को परेशान न किया जावे अन्यथा उनके विरूद्ध कार्यवाही की जाएगी। खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग भोपाल के पत्र अनुसार वर्णित समूह संगठनो के अध्यक्ष /सचिव द्वारा उपार्जन केन्द्र बनाने हेतु प्रतिभूति के रूप में 10 लाख रूपये अथवा बैंक गांरटी डी.डी. अथवा पोस्ट डेटेट चेक अथवा अध्यक्ष /सचिव के नाम से विक्रय योग्य स्थाई संपत्ति के दस्तावेज प्राप्त करने के पश्चात् उन्हे उपार्जन केन्द्र दिया जाने के संबंध में चूंकि डिण्डौरी जिला पूर्णतः आदिवासी जिला है एवं यहां सीमित संसाधन है तथा जिले की बहुत से सहकारी समितियां ब्लैक लिस्टेड हो चुकी है व जिले में कार्यरत् स्वः सहायता समूह इतने सक्षम नहीं है कि वह इन शर्तो का पालन कर पायेगें के संबंध में एक पत्र शासन को लिखते हुये मार्गदर्शन मांगा जाए। उक्त बैठक में जिला आपूर्ति अधिकारी श्री ए.के.श्रीवास्तव, जिला प्रबंधक श्री अरूण मौर्य, सहायक आयुक्त सहकारिता श्री सी.एस. मार्को, नापतौल निरीक्षक श्री निरपत कीर, जिला प्रबंधक एन.आर.एल.एम. कार्यालय से श्रीमति निषा पड़वार, जिला प्रबंधक एम.पी.डब्ल्यू.एल.सी. कार्यालय से सुश्री रागिनी साहू तथा सभी सहकारी निरीक्षक एवं सभी कनिष्ठ आपूर्ति अधिकारी उपस्थित रहे।