मनरेगा के कार्य में चल रही जे, सी, बी, मशीन
राजेश ठाकुर की रिपोर्ट
आई विटनेस न्यूज 24, रविवार 18 जून, डिंडोरी आदिवासी बाहुल्य जिले की दस्ताने बयां हकीकत यह है कि जिले से बड़ी संख्या में मजदूर वर्ग का व्यक्ति रोजगार की तलाश में बड़े शहरों की ओर अपना घर बार छोड़ कर पलायन करता है रोजगार गारंटी योजना शुरू करने के पीछे शासन की मंशा यही थी की मजदूर वर्ग के व्यक्तियों को वर्ष में सौ दिन का रोजगार पंचायत के माध्यम से पंचायत क्षेत्र अंतर्गत दिया जाए ताकि मजदूर गाँव छोड़कर रोजगार की तलाश में बड़े शहरों की पलायन न करें पर इस जिले में तो भ्रष्टाचार की बयार चल रही है और इसे मूर्त रूप दे रहे है जिले के तमाम जिम्मेदार ऐसा ही एक मामला है ग्राम पंचायत रकरिया का जहां सरपंच पति एवं उपसरपंच की तानाशाही से ग्रामीण त्रस्त है गौरतलब है कि मनरेगा योजना अंतर्गत पंचायत में परकुलेशन टैंक का निर्माण कार्य लगभग 10 लाख रुपए की लागत से कराया जा रहा है जिसमें मजदूरों की जगह जे, सी, बी, मशीन से बाहर से ठेकेदार को बुलाकर कार्य कराया जा रहा है उक्त निर्माण कार्य की गुणवत्ता पर भी सवालिया निशान लग रहे है क्योंकि जिस नाले में परकुलेशन टैंक का निर्माण किया जा रहा है उसके नीचे 100 मीटर की दूरी पर 3 से 4 वर्ष पूर्व स्टाप डेम का निर्माण किया गया था और इसी नाले में ऊपर भी एक स्टाप डेम निर्मित है बावजूद इसके उपयंत्री के द्वारा निर्माण की स्वीकृति प्रदान कर दी गई टैंक के निर्माण में काली मिट्टी का उपयोग किया जाना है लेकिन ठेकेदार के द्वारा गुणवत्ताहीन मिट्टी का उपयोग करते हुए निर्माण कार्य किया जा रहा है ग्रामीणों ने बताया कि सरपंच पति एवं उपसरपंच के द्वारा पंचायत में होने वाले निर्माण कार्यों को बहार से ठेकेदार लाकर कराया जाता है वहीं ग्राम के मजदूरों को रोजगार नहीं मिल रहा है और इनके द्वारा मशीनों से निर्माण कार्य कराया जाता है