बाल संरक्षण आयोग के अध्यक्ष पहुंचे डिंडोरी, प्रशासनिक कार्यवाही से असंतुष्ट
गणेश पाण्डे के साथ राजेन्द्र यादव की रिपोर्ट
गणेश पाण्डे के साथ राजेन्द्र यादव की रिपोर्ट
आई विटनेस न्यूज 24, बुधवार 8 मार्च,
विगत दिवस जिले के आदिवासी समाज द्वारा जुनवानी स्कूल यौन शोषण मामले में बाल संरक्षण आयोग के राष्ट्रीय अध्यक्ष को शिकायत की गई थी। शिकायत प्राप्त होते ही मंगलवार को बाल संरक्षण आयोग के अध्यक्ष डिंडोरी पहुंचे और प्रशासन द्वारा इस संबंध में की गई कार्यवाही से पूरी तरह असंतुष्ट नजर आए।
वहीं दूसरी ओर इससे पहले भी विश्व हिंदू परिषद के द्वारा दिए गए ज्ञापन में कहा गया था कि आदिवासी बाहुल्य जिले में तथाकथित संस्थाओं द्वारा शिक्षा और स्वास्थ्य की आड़ में धर्मांतरण एवं आर्थिक शारीरिक शोषण जैसी गतिविधियां संचालित की जा रही है। जिनका हमारे परिषद द्वारा विरोध किया जा रहा है। विद्यालय जैसे पवित्र स्थान पर ऐसी घटनाएं निसंदेह निंदनीय और कड़ी कार्यवाही के योग्य हैं।
जुनवानी मिशनरी स्कूल में नाबालिग छात्राओं के साथ अश्लील हरकत और शारीरिक रूप से प्रताड़ित करने और यौन शोषण करने वाले प्राचार्य नान सिंह यादव को फिर गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। आरोपियों पर अनुसूचित जाति जनजाति अधिनियम के साथ पास्को एक्ट की धारा भी जोड़ दी गई है। बताया जा रहा है कि इस बहुचर्चित यौन शोषण मामले में पुलिस की भूमिका लगातार संदिग्ध रही है जिसके कारण सामान्य धाराओं के तहत मामला दर्ज कर आरोपी को थाने से रिहा कर दिया गया था गौरतलब है कि उक्त कार्यवाही को पुलिस अधीक्षक ने भी जायज ठहराया था। ऊपर से दबाव बढ़ने पर आनन-फानन में इस मामले में पास्को एक्ट तथा अनुसूचित जाति जनजाति अधिनियम की धाराएं बाद में जोड़ दी गई और प्राचार्य को दोबारा गिरफ्तार कर लिया गया और थाना प्रभारी को निलंबित कर दिया गया है। आरोपी को रिहा कर दिए जाने पर बाल संरक्षण आयोग के अध्यक्ष ने भी कड़ी नाराजगी जाहिर की और प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाया। कलेक्टर सभाकक्ष में हुई बैठक में उन्होंने कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक को कड़ी कार्यवाही करने के लिए कहा। समनापुर के सामुदायिक भवन में पीड़ित छात्राओं से मिलने पर पीड़ित छात्राओं ने उसी स्कूल में दोबारा ना पढ़ने की बात कही यौन शोषण की सनसनीखेज मामले में गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष और उनके साथियों के द्वारा रविवार की रात वन स्टॉप सेंटर से छात्राओं को बाहर ले जाना चाहते थे ताकि उनसे अपने मन मुताबिक बयान दिलवा सके। जिस पर बाल विकास परियोजना अधिकारी नीतू तिलगाम द्वारा भी शिकायत दर्ज कराई गई है वहीं दूसरी ओर अमरपुर विकासखंड शिक्षा अधिकारी वी के चीचाम द्वारा भी कोतवाली में शिकायत दर्ज कराई गई है। आरोपित मिशनरी संस्था द्वारा शासन से अनुदान राशि लेने के बाद भी विद्यार्थियों से शुल्क लिया जा रहा था लेकिन इसके बावजूद भी विद्यार्थियों को आवश्यक सुविधाओं से वंचित रखा जा रहा था। हालांकि कानूनगो के द्वारा स्वजन और छात्राओं को आवश्यक सुरक्षा देने के निर्देश दिए हैं साथ ही सभी पीड़ित छात्राओं को 10-10 हजार रूपए की आर्थिक सहायता राशि प्रदान की गई है।.