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मानस विदुषी सुश्री गुरुप्रिया समर्थ के मुखार विंद से नवरात्रि में बह रही श्री रामकथा रुपी गंगा

राजेश ठाकुर की रिपोर्ट
आई विटनेस न्यूज 24,सोमवार 27 मार्च,शहपुरा विकासखंड के ग्राम सरसवाही  के दुर्गा मंदिर में नवरात्रि के पावन अवसर पर श्री राम कथा रुपी गंगा का भावपूर्ण प्रवाह चल रहा है,क्षेत्र की महिलाओं के साथ साथ पुरुषो में एवं बच्चों में भी बहुत उत्साह देखने को मिल रहा है।        कथा व्यास सुश्री गुरुप्रिया समर्थ के द्वारा अपनी सुमधुर एवं सरस वाणी में श्री राम के चरित्रों का रसपान सहज भाषा में श्रोताओं को कराया जा रहा है।            भगवान श्री राम के पावन जन्मोत्सव के प्रसंग के उपरांत भगवान श्री राम की बाल लीलाओं एवं श्री जानकी मंगल "राम जानकी विवाह"की सुंदर कथाओ की विवेचना करते हुए गुरुप्रिया जी ने बताया कि भगवान श्री के चरित्र की हर युग में आवश्यकता है,प्रभु ने अपने चरित्र से सबको यही संदेश दिया है कि सबका प्रिय कैसे बना जाता है, बालपन में प्रभु अपने छोटे भाइयों को जिताने के लिए स्वयं हार जाते थे, भगवान श्री राम का चरित्र हमें आज्ञा सेवा मर्यादा की शिक्षा देता है,सारी सृष्टि के आदर्श भगवान अपने गुरु और माता पिता की सेवा को प्रमुख मानते थे। प्रातः काल उठके रघुनाथा मात पिता गुरु नावहि माथा।                  वेद के बाद सबसे बड़ा जो ग्रंथ महर्षि बाल्मीकि जी ने लिखा उसका नायक भी श्री राम को बनाया और आज का सबसे सरल और सहज ग्रन्थ गोस्वामी तुलसीदास जी ने लिखा तो उसका भी नायक प्रभु श्री राम को बनाया। राम के बिना जीवन की कल्पना बेकार है।              इस अवसर पर प्रतिदिन माँ आदिशक्ति के दरबार में आचार्य राकेश जी के द्वारा श्री दुर्गा शप्तशती का प्रातःकाल नित्य पाठ किया जा रहा है।