गणेश पाण्डे की रिपोर्ट
आई विटनेस न्यूज 24, रविवार 5 मार्च,"मैया अभियान" के तहत प्रति रविवार को मां नर्मदा तट एवं घाटों की साफ सफाई की जाती है। इसी क्रम में आज सामाजिक संगठन के सदस्यों, सीएम फेलो सहित मुख्यमंत्री जनसेवा मित्र, स्थानीय आमजनोंऔरअधिकारी
कर्मचारियों के द्वारा मां नर्मदा तट और घाटों की साफ-सफाई की गई है। इस विशेष पहल में सभी ने सहर्ष अपनी सहभागिता सुनिश्चित की और जिलेवासियों को स्वच्छता के प्रति जागरूकता का संदेश दिया है। अभी तक नर्मदा नदी के सभी घाटों की साफ-सफाई हो चुकी है केवल दो ही घाट शेष रह गए हैं। लेकिन प्रशासन द्वारा इतनी अच्छी पहल करने के बावजूद आम जनता ना केवल इस अच्छे कार्यक्रम के प्रति उदासीन हैं बल्कि अभी भी नर्मदा घाटों में गंदगी फैलाने में मशरूफ हैं। अभी भी लोग नर्मदा घाटों पर गुटखा खाकर थूकते और मंजन कर गंदगी फैलाते जूठे बर्तन धोते नजर आते हैं इतना ही नहीं शाम के समय शराबियों का जमघट भी घाटों पर देखा जा सकता है और शराब पीकर शराब की खाली बोतलें और शराब के साथ उपयोग किया जाने वाला डिस्पोजल और नमकीन के पाउच वही घाटों पर फेंक कर चले जाते हैं। जब तक गंदगी फैलाने वालों पर कड़ी कार्यवाही नहीं होगी तब तक साफ सफाई करने से भी कोई लाभ नहीं होगा। हालांकि जिले के इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ है प्रशासनिक तौर पर घाटों की सफाई की जा रही है लेकिन आम जनता की उदासीनता वैसे ही बनी हुई है। क्योंकि जिस भी घाट में प्रशासन की तरफ से साफ सफाई की जाती है उस साफ सफाई में उस मुहल्ले के लोगों का सहयोग नहीं रहता। आम जनता को भी इस ओर ध्यान देना चाहिए कि कोई भी व्यक्ति नर्मदा नदी के घाटों पर गंदगी ना फैलाएं और यदि कोई गंदगी फैलाता पाया जाता है तो उसकी फोटो और उसके संबंध में जानकारी प्राप्त करके संबंधित विभाग में शिकायत करें या फिर मीडिया के माध्यम से ऐसे लोगों को प्रकाश में लाएं जिससे कि प्रशासनिक तौर पर प्रारंभ की गई मैया अभियान सफल हो सके।