जुनवानी यौन शोषण मामले में मिल रही धमकी, अपने पक्ष में बयान देने के लिए बनाया जा रहा दबाव, पीड़ित पक्ष के अधिवक्ता ने दी जानकारी
गोंगपा प्रदेश अध्यक्ष का बीजेपी में शामिल होने की "फर्जी खबर" हो रही सोशल मीडिया में वायरल,
गणेश पाण्डे की रिपोर्ट
आई विटनेस न्यूज 24, शनिवार 11 मार्च,डिंडोरी। जुनवानी यौन शोषण मामला लगातार गहराता जा रहा है। मामले में लापरवाही बरतने वाले तीन अफसरों पर पहले ही गाज गिर चुकी है। जिले के पुलिस अधीक्षक संजय सिंह का स्थानांतरण, समनापुर थाना प्रभारी और शिक्षा विभाग के दो अधिकारी निलंबित हो चुके हैं। आरोपी की जमानत के लिए न्यायालय में पीड़ित पक्ष को गवाही के लिए बुलाया गया। पीड़ित पक्ष की वकील धन्य कुमारी वैश्य ने बताया गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के कार्यकर्ताओं द्वारा लगातार केस ना लड़ने के लिए दबाव बनाया जा रहा है और धमकी दी जा रही है। साथ ही पीड़ित पक्ष के परिजनों को भी देख लेने की धमकी दी जा रही है पीड़ित पक्ष ने पुलिस से सुरक्षा की मांग की है।
वही पीड़ित पक्ष के वकील द्वारा भी कोतवाली में इस बात की शिकायत की गई है। पीड़ित पक्ष और वकील के परिजनों में भय का माहौल व्याप्त है। क्योंकि अभी तक सभी आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है।
वहीं सोशल मीडिया पर एक और खबर वायरल हो रही है ।जिसमें कहा जा रहा है कि गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अमान सिंह पोर्ते भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए हैं। हालांकि इस बात में कितनी सच्चाई है यह तो बाद में पता चलेगा। फिलहाल गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के जिला अध्यक्ष हरेंद्र मार्को ने इस खबर को अफवाह मात्र बताकर खबर का खंडन किया है और कहा है कि इस बात में कोई सच्चाई नहीं है।
जुनवानी यौन शोषण मामला में केंद्रीय मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते ने भी कहा है कि शिक्षा के नाम पर जो गंदा काम स्कूल प्रबंधन द्वारा किया गया है ।वह किसी भी प्रकार से उचित नहीं है और इसके संबंध में बारीकी से जांच और प्रशासन से कड़ी कार्यवाही की मांग करूंगा। इस संबंध में यह भी जानकारी प्राप्त हुई है कि अलग-अलग छात्रावासों के नाम पर ग्रांट लिया जा रहा था, जबकि छात्रावास एक ही परिसर में थे। जांच करने पर पाया गया कि संपत्ति व संपत्ति कर के दस्तावेज तथा भवन के फिट होने के संबंध में पंचायत की अनुमति भी विद्यालय प्रबंधन के पास नहीं है। शासन से ग्रांट लेने के बाद भी बच्चों से शुल्क लिया जाता रहा है। यौन शोषण में लिप्त आरोपी आइस्क्रीम और सॉफ्टी जैसे कोड वर्ड भाषा में बात करते थे, जिससे कि किसी को इस मामले की भनक न लग सके।संबंधित मामले में जिला बार काउंसिल के अध्यक्ष अधिवक्ता उमेश पटेरिया ने भी कहा है कि आरोपी गणों के पक्ष में कोई भी अधिवक्ता पैरवी नहीं करेगा।