भीमसेन ठाकुर की रिपोर्ट
आई विटनेस न्यूज 24, सोमवार 5 दिसम्बर,बेरोज़गारी की मार पहले की तरह आज भी लोगों के लिए बनी हुई है। अगर लोग बाहर पलायन करके काम करने जाते हैं तो वहां भी शोषण होता है। अगर गांव में काम करने को सोचते हैं तो काम नहीं मिलता। अगर काम मिलता है तो समय से मजदूरी नहीं मिलती। यही वजह है कि लोग काफ़ी परेशान रहते हैं।
मनरेगा योजना के तहत गांव में जरूरत मंद मनरेगा श्रमिकों को रोजगार देने के लिए सरकार ने तमाम परियोजना चालू की है ताकि मनरेगा श्रमिकों को रोजगार देने का रास्ता बना रहे , लेकिन गांव में बन रहे अमृत सरोवर योजना जिसमें पोखरे की खुदाई कर उसे पानी रोकने का काम करना है. जिसमें मनरेगा मजदूरों द्वारा श्रम की व्यवस्था है, लेकिन आपको बताते चलें कि डिंडोरी विकास खंण्ड के ग्राम पंचायत सारसताल की रामहेपुर में अमृत सरोवर के अन्तर्गत जेसीबी और पोखरे की खुदाई का कार्य करवाया जा रहा है, लेकिन यह सिर्फ कागजी आंकड़ों में ही खुदाई दिखाई दे रहा है.