ओमप्रकाश परस्ते की रिपोर्ट
आई विटनेस न्यूज 24, सोमवार 7 नवंबर, डिंडोरी अमरपुर विकासखंड का मामला, मध्य प्रदेश शासन के द्वारा अनुकरणीय पहल से अमरपुर में सीएम राइज स्कूल का शुभारंभ इसी शिक्षण शस्त्र से प्रारंभ किया गया जिसके लिए फर्नीचर इंदौर के किसी फार्म से शाम को छात्रों को बैठने वाले डेक्स से भरा ट्रक शाम 7:00 बजे विद्यालय में पहुंचाया। जिस सामग्री को खाली करने उत्कृष्ट छात्रावास के छात्रों को परिसर से डेढ़ किलोमीटर दूरी से
रात्रि में बुलाकर ट्रक से रात्रि में टेबल कुर्सी उतरवाकर कक्षाओं में रखवाया जा रहा था, पूछे जाने पर उपस्थिति छात्रावास अधीक्षक ने बताया कि देर शाम बीईओ साहब का फोन आया था,की 10-15 बच्चो को भेजे।मेने सोच कुछ काम होगा तो मैने भेज दिया।स्कूल समय के बाद छात्रावास में राह रहे छात्रों की जिम्मेदारी छात्रावास अधीक्षक की होती है।
कैमरा देख छात्र वाहन से उतारकर स्कूल परिसर चले गए ऐसी ठंड में छात्रों से रात्रि के समय काम कराया गया, अभिभावक अपने बच्चों को पढ़ाई कराने भेजते हैं जिनसे जिम्मेदार लोग छात्रों को पढ़ाई, विश्राम के समय में हमाली का कार्य करवाते हैं जो कि उन छात्राओं का शोषण किया जाना कहां जा सकता है, रात्रि के अंधेरे में जहरीले जीव जंतु व अप्रिय दुर्घटना से इनकार नहीं किया जा सकता।सवाल उठता है कि जब शाम होते ही छात्रों को परिसर से बाहर निकलने की अनुमति भी नहीं रहती,तो फिर बच्चो को जिम्मेदारों ने बार बुलाने और जाने के लिए क्यूँ कहा?अभिभावक अपने बच्चों को शिक्षा लेकर अच्छा भविष्य बनाने के लिये भेजते न कि हमाली या दीगर काम के लिए। इस प्रकार के कृत पर अंकुश लगाना आवश्यक है |