ओमप्रकाश परस्ते की रिपोर्ट
आई विटनेस न्यूज 24, सोमवार 28 नवंबर,डिंडौरी। कलेक्टर विकास मिश्रा गत दिवस शासकीय मॉडल उच्च. माध्यमिक विद्यालय धनुवासागर, डिंडोरी निरीक्षण में गए थे। निरीक्षण के दौरान उन्होंने छात्र रुद्रप्रताप झारिया से प्रश्न पूछे जिसका सही-सही जबाव देते हुए रुद्र ने बड़े होकर कलेक्टर बनने की इच्छा जाहिर की। इस पर कलेक्टर विकास मिश्रा ने रुद्रप्रताप को एक दिन के लिए कलेक्टर बना कर उसे प्रोत्साहित करने का वादा किया था। इस दौरान शिक्षकों द्वारा बताया गया कि छात्र रुद्र प्रताप का नाम मेरिट लिस्ट में भी रहा है। कलेक्टर मिश्रा ने सोमवार प्रात 9:30 बजे कलेक्टर मेधावी छात्र रुद्रप्रताप को कलेक्टर कार्यालय बुलाकर अपनी कुर्सी में बैठाया और रुद्र को प्रशासनिक पद में रहकर देश की सेवा और जिले की विकास हेतु अच्छे कार्य करने के बारे में जानकारी दी। कलेक्टर विकास मिश्रा ने रुद्रप्रताप को उपहार स्वरूप पुस्तक और पेसा अधिनियम की राज्यपत्र प्रदान किए। उन्होंने रुद्र को उसके लक्ष्य के लिए कड़ी मेहनत करने को कहा है। इसके बाद कलेक्टर मिश्रा ने रुद्र प्रताप को सभी कार्यालयों का भ्रमण कराया और पदीय कर्तव्यों के बारे में जानकारी दी। कलेक्टर विकास मिश्रा के इस विशेष पहल का उद्देश्य मेधावी विद्यार्थियों को प्रोत्साहित करने और लक्ष्य की ओर अग्रसर हो कड़ी मेहनत करने के लिए प्रेरित करना है।
कलेक्टर विकास मिश्रा ने छात्र रुद्रप्रताप के माध्यम से सभी विद्यार्थियों को यह संदेश दिया है कि अपने लक्ष्य को हासिल करने के लिए कड़ी मेहनत की जाए तो, असंभव कुछ भी नहीं है। उन्होंने रुद्रप्रताप को पेसा अधिनियम बारे पढ़ने और पढ़कर साथी विद्यार्थियों से पेसा अधिनियम के बारे में जानकारी साझा करने को कहा है। कलेक्टर विकास मिश्रा द्वारा छात्र रूद्र प्रताप झारिया को अपनी कुर्सी में बिठाकर सम्मान देने के लिए उसके माता-पिता और परिजन कलेक्टर विकास मिश्रा का बहुत-बहुत आभार व्यक्त किया है, उन्होंने कहा कि इससे जिले के सभी विद्यार्थियों को भी प्रेरणा मिलेगी। इस अवसर पर रुद्र प्रताप झरिया के पिता अखिलेश कुमार झरिया, माता राजकुमारी झारिया, डीपीसी रावेंद्र मिश्रा, प्राध्यापक शासकीय मॉडल उच्च. माध्यमिक विद्यालय धनुवासागर, सहित अन्य अधिकारी-कर्मचारी और रूद्रप्रताप के परिजन मौजूद थे।
कलेक्टर विकास मिश्रा ने बताया कि जिले के सभी हाई स्कूल और हायरसेकेंडरी स्कूल के होनहार विद्यार्थियों को पेसा अधिनियम का एंबेस्डर बनाया जाएगा। ये विधार्थी पेसा अधिनियम के बारे में अपने साथ पढ़ रहे साथी विद्यार्थियों और परिजनों को अधिनियम के बारे में बताएंगे।