2 किलोवाट लोड वाले घरेलू उपभोक्ताओं की कुल संख्या लगभग 100 के आसपास थी जो अब लागभग 2000 हो गई।माह सितंबर तक लगभग 1900 उपभोक्ताओं के कनेक्शनओ के लोड दोगने कर दिए गए
भीमसेन ठाकुर की रिपोर्ट
आई विटनेस न्यूज 24, गुरुवार 20 अक्टूबर,बिजली कंपनी ने लोड बढ़ाने के नाम पर लोगों के बिजली बिलों का भार बढ़ा दिया है। इस माह जिन लोगों को जो बिल जारी हुए हैं, उनमें समायोजन गणना राशि यानी लोड बढ़ाने की राशि जोड़ी है। हैरानी की बात तो यह है कि लोड बढ़ाने की प्रक्रिया पूरी किए बगैर ही बिजली कंपनी ने मनमाने तरीके से ही लोड बढ़ा दिया है।अभी कुछ ही महीनों पूर्व विधुत विभाग ने पेपर लेस बिजली बिल की व्यवस्था लागू की है।जिससे बिजली बिलों की पारदर्शिता पूरी तरह खत्म हो गई है। विद्युत विभाग ने पारदर्शिता खत्म होने के बाद ही तुरंत बाद बिना जांच किए घरेलू बिजली उपभोक्ताओं के बिजली कनेक्शनों में लोड बढ़ाना चालू कर दिया लगभग सभी घरेलू उपभोक्ताओं के बिजली बिलों में बिना कोई जांच किए लोड बढ़ाने का काम धड़ल्ले से चल रहा है,और अब लोगों को मोबाइल पर बिजली कंपनी द्वारा जो मैसेज भेजे गए हैं उसमें लिखा है कि आपके विद्युत कनेक्शन की जांच में संबृद्ध भार स्वीकृत भार से अधिक पाया गया है। जिसे अगले बिल में जोड दिया गया है। जिन घरेलू उपभोक्ताओं के बिजली बिलों में 1 किलो वाट का लोड था उसे दोगुना करके 2 किलो वाट कर दिया गया है इतना ही नहीं लोड बढ़ाने का चार्ज भी 340 रुपये उपभोक्ता के बिजली बिलों में जोड़ कर दिया जा रहा है जिसका सीधा भार उपभोगता पर पड़ रहा है वैसे भी पेपर लेस बिल से कंपनी ने लाखों रुपए बचा लिया है और उपभोक्ता बिल की जानकारी के लिए यहां-वहां भटक रहे हैं क्योंकि पेपर लेस बिल होने से पारदर्शिता खत्म हो चुकी है जिन उपभोक्ताओं का बिल ₹ 100 प्रति माह ही आता था उनको ₹ 340 जोड़ कर सीधा 440 का बिल जारी कर दिया गया है उपभोक्ता के पास बिजली बिल ना होने के कारण उपभोक्ता को लग रहा है कि शायद इस बार ज्यादा खपत होगी और वह बिल जमा करने को मजबूर है माह सितंबर 2022 मैं ज्यादातर मोबाइल नंबरों पर और रजिस्टर्ड ईमेल आईडी पर बिल भेजे गए जिससे उपभोक्ताओं को बिल की सही जानकारी ही नहीं मिल सकी कि हमारे वास्तविक बिल की राशि कितनी है और लोड बढ़ाने का कितना चार्ज बिल में जोड़ कर दिया गया है वितरण केंद्र डिण्डोरी में माह जुलाई 2020 तक 2 किलोवाट लोड वाले घरेलू उपभोक्ताओं की कुल संख्या लगभग 100 के आसपास रही जबकि माह सितंबर तक लगभग 1900 उपभोक्ताओं के कनेक्शनओ के लोड दोगने कर दिए गए जिससे यह संख्या लगभग 2000 हो गई लगभग 1900 उपभोक्ताओं के कनेक्शनों के लोड 1 किलो वाट से बढ़ाकर 2 किलो वाट कर ₹340 बिजली बिल में जोड़ कर दिया गया।अन्य सभी घरेलू उपभोक्ताओं के कनेक्शन पर भी लोड 100 वाट 150 वाट 300 वाट 500 से बढ़ाकर 700 और 1 किलो वाट कर दिया गया है बिजली बिलों में बढ़े लौट से उपभोक्ताओं को भी ज्यादा बिल भरना पड़ रहा है जिनके घरों में लगे मीटर बंद हैं क्योंकि लोड बढ़ जाने से उपभोक्ताओं को दिया जाने वाला बिल अधिक औसत रीडिंग का आयेगा, जिससे शासन द्वारा दी जाने वाली सब्सिडी का लाभ भी उपभोक्ताओं को अब नहीं मिल पायेगा।जिन उपभोक्ताओं को औसत 100 यूनिट का बिल दिया जा रहा था लोड बढ़ जाने के कारण उन्हें 150 से 200 यूनिट का बिजली बिल दिया जा सकता है जिसके कारण सब्सिडी नहीं मिल पाएगी,इसके अलावा बीपीएल श्रेणी के सभी उपभोक्ता जिनके बिजली बिलों में लोड 500 से कम था लोड बढ़ जाने पर 500 से अधिक होने के कारण बीपीएल श्रेणी से बाहर हो चुके हैं ऐसे उपभोक्ता जिनके बिजली कनेक्शन पर लोड 1 किलोवाट से अधिक कर दिया गया है आगामी शासन की छूट वाली
किसी योजना के पात्र नहीं होंगे क्योंकि राज्य शासन की छूट माफी वाली योजना के पात्र 1 किलो वाट भार तक वाले उपभोक्ता ही होते हैं।