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क्या हुआ तेरा वादा.........?कुलस्ते के गोद लिए गांव से खाट पे मरीज को लेकर ग्रामीण पहुंचे अस्पताल

खाट पे मरीज को लेकर ग्रामीण पहुंचे अस्पताल कैमरे में कैद तस्वीर

भीमसेन ठाकुर की रिपोर्ट
 आई विटनेस न्यूज 24, सोमवार 5 सितंबर, डिंडोरी विकासखंड का एक ऐसा ग्राम पंचायत जहां सूरज  दोपहर और शाम रात हो जाती है एक ऐसे वीराने गांव को हमारे लोकसभा क्षेत्र के लाडले नेता सांसद केन्द्रीय मंत्री ने गोद तो लिया पर उस गांव की सुध कभी नहीं ली और ऐसा होना भी लाजमी है अभी लोकसभा चुनाव को टाइम है चुनाव आते ही मंत्री जी की लंबी लंबी गाडियां फिर एक बार इन ग्रामीण इलाकों में घूमती नजर आएंगी तब हमारे लाडले कहे जाने वाले नेता उन्हें फिर दिलासा देकर ठग लेंगे और निकल लेंगे?

 ग्राम पंचायत रामगुड़ा के ग्राम बघाड़ जिसे सांसद ग्राम के नाम से भी जाना जाता है ,क्योंकि सांसद के द्वारा ग्राम बघाड़ को गोद लिया गया है,यह ग्राम पहुंच विहीन ग्राम है| जहां मंत्री जी ने पैदल यात्रा भी की है,और गांव कई बार पहुंचे है, पर भारी दुख इस बात का है कि मंत्री जी ने  ग्राम को गोद तो लिया पर आज तक उस ग्राम का उद्धार नहीं किया और आज भी हालत ऐसी है कि मानो अंग्रेजो की हुकूमत हो और ग्रामीणों को काला पानी की सजा दे दी गई हो।

अब बात करते है ग्राम के विकास की 

तो चलिए दुनिया बघाड़ जहा हमने आपको बताया था कि  सूरज दोपहर में नजर आता है और शाम रात में बदल जाती है , और विकास के नाम पर बोरा भर भर कर पैसा दबाने वाले भ्रष्ट ग्राम पंचायत के जिम्मेदार और जिले में बैठे माफियाओं के चलते आज भी दुनिया बघाड की दुनिया ही अलग हो गई है। 75 वे आज़ादी का हमने अमृत महोत्सव तो मना लिया पर ग्राम बघाड़ के लोगो को काला पानी की सजा से अब भी मुक्त नहीं करा पाए। 
ग्राम के विकास ....... ने दो करोड़ बहा दिए ?
कुछ दिनों पहले बाने सड़क ने जिम्मेदार लोगो की पोल खोल दी और करोड़ों रुपया पानी में बेह गया जिसका खामियाजा ग्रामीणों को भुगतना पड़ रहा है और ऐसा ही मामला सामने आया है जिससे  सांसद जी द्वारा गोद लिए गांव ने सभी की कथनी और करनी की पूरी पोल खोल दी है, ग्राम बघाड में एक व्यक्ति की तबीयत बिगड़ने से ग्रामीणों में हड़कम मच गया सड़क के बह जाने से मरीज को ग्रामीणों ने खाट में रखकर अस्पताल पहुंचाया और तब कहीं भारी मशकत के बाद मरीज का इलाज हो सका।


ग्राम विकास की बात करें तो ग्राम मैं विकास तो कुछ नहीं हुए ना गांव में सीसी रोड है ना शुद्ध पीने के पानी की व्यवस्था ग्रामीणों को आने जाने के लिए सांसद के द्वारा सड़क की स्वीकृत तो कराया गया  था लगभग दो करोड़ का लेकिन सड़क बने अभी 2 महीने ही हुए हैं और सड़क पहली बारिश में बह गया है | अब ऐसी स्थिति में न तो स्वास्थ सुविधाए ग्राम बघाड पहुंच पा रही है और न ही राशन आपके द्वार के पहिए  ग्रामीणों को भारी मशक्कत के बाद राशन दुकान पहुंचना होता है और तब कहीं जाकर वह राशन कि दुकान से राशन ला पाते है।

लापरवाह लोगो को प्रशस्ति पत्र मिलता है और भोले भले ग्रामीणों को कालापानी जैसे सजा।

 धन्य है सिस्टम जिले में बढ़ रहे नटवर लालो ने तो खोखला कर दिया ग्रामीण अंचलों को और प्रशासन का भी पूरा हाथ रहा है?