जिले के दूरस्त ग्रामीण स्कूल खोल रहे शिक्षा के स्तर की पोल,स्कूल के किसी बच्चे से 10 तक नही बनती गिनती - i witness news live
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जिले के दूरस्त ग्रामीण स्कूल खोल रहे शिक्षा के स्तर की पोल,स्कूल के किसी बच्चे से 10 तक नही बनती गिनती


गोरे हनुमन्त की रिपोर्ट
आई विटनेस न्यूज 24, रविवार 4 सितंबर, प्रदेश के मुखिया से लेकर जिले के मुखिया तक शिक्षा के स्तर सुधार के लिए कड़े आदेश और टीम गठित कर निरीक्षण पे निरीक्षण कर रहे है, निरीक्षण अधिकारी सड़क पर स्थित स्कूलों या सुलभता से पहुँच स्कूलों तक निरीक्षण कर खाना पूर्ति करते रहते है।मगर जिले की शिक्षा का सही स्तर तो इन्ही दूरस्त स्थित स्कूलों में पता चलता है।जहाँ स्कूल से लेकर छात्रों की शिक्षा तक वेंटिलेटर पर लटकी है।
डिंडोरी विकास खंड के अंतर्गत ग्राम दिया बार इजीएस प्राथमिक शाला का मामला सामने आया जिसमें तीसरी कक्षा के बच्चे से गिनती पूछे जाने पर  छात्रा 10 तक की गिनती बताने में असमर्थ रही, वही स्कूल और शौचालय अपनी दुरदसा पर आँसू बहा रहे और बरसत में टपक रहे है।ऐसी विपरीत परिस्थितियों में छात्र शिक्षा के स्तर को सुधारने का प्रयास कर रहे है।
ग्रामीणों के द्वारा बताया गया शिक्षक गुल पथसिंह मरावी विगत पिछले वर्षों से नौनिहाल बच्चों की जिंदगी से खेलते आ रहे हैं ऐसे ही मामला ग्राम वेदरा प्राथमिक शाला का है जहां इन्हीं शिक्षक के द्वारा स्कूल संचालित किया गया था लेकिन आज वही स्कूल इन्हीं की लापरवाही से जो बंद हो चुका है ऐसे ही अब दिया बार- जी एस प्राथमिक शाला का हाल है। शिक्षक गणपत सिंह मरावी अभी एचएम के पद पर हैं जो हमेशा कोई ना कोई बहाना लेकर स्कूल से गायब रहते हैं आपको बताते चलें की कक्षा पहली से लेकर पांचवी तक अभी तक 19 बच्चे हैं शिक्षक की लापरवाही के चलते पालक अपने बच्चों को स्कूल नहीं भेज रहे हैं अगर इनके ऊपर किसी प्रकार की कार्यवाही नहीं होती तो जैसे वेदरा स्कूल बंद हो गया उसी तरह प्राथमिक शाला दिया बार भी बंद होने की कगार में है।