भीमसेन ठाकुर की रिपोर्ट
आई विटनेस न्यूज 24, बुधवार 27 जुलाई, आदिवासी बाहुल्य जिला डिंडोरी में इन दिनों यूरिया डीएपी (खाद) के लिए किसानों को लाले पड़े हुए हैं, किसान खाद के लिए दर-दर भटक रहे हैं! अभी पिछले दिनों मंडला डिंडोरी नेशनल हाईवे को किसानों के द्वारा चक्का जाम कर दिया गया था, क्योंकि किसानों को गोदाम से खाद नहीं मिल पा रही है, किसान रोज भट्ठा काट रहे हैं, और परेशानी का सामना कर रहे हैं, वहीं दूसरी ओर लेम्प्स मुड़िया कला के अंतर्गत आने वाली शासकीय उचित मूल्य की दुकान पलकी में सहायक सेल्समैन अरविंद बनाफर के द्वारा डीएपी ₹2000 कट्टी एवं यूरिया 500 से ₹600 प्रति कट्टी की दर से किसानों को बेची जा रही है! जबकि सहायक सेल्समैन के द्वारा परमिट काटे हुए किसानों को यह कहकर खाद नहीं देता है, कि अभी खाद उपलब्ध नहीं है, और खाद की कालाबाजारी करते हुए ब्लैक में यूरिया एवं डीएपी दुगने- तिगने दाम में किसानों को बेच रहा है! स्थानीय लोगों की मानें तो यह काम सुबह 6:00 बजे से लेकर के 10:00 बजे तक किया जाता है,कुछ किसानों के फर्जी हस्ताक्षर करके केसीसी से फर्जी तरीके से राशि आहरण करने के आरोप भी इस सहायक सेल्समैन पर पहले लग चुके हैं! ग्रामीणों का कहना है कि पिछले दो-तीन वर्षों से यहां खाद की कालाबाजारी चल रही है, जिसमें सेल्समेन (विक्रेता )एवं प्रबंधक की संलिप्तता नजर आती है, ग्रामीणों द्वारा कई बार शिकायत करने के बावजूद अभी तक कोई कार्यवाही नहीं की गई है!