जियालाल झारिया की रिपोर्ट
आई विटनेस न्यूज 24, गुरुवार 5 मई,जनपद डिंडोरी के अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायत मुड़िया कला के रोजगार सहायक ने मनमानी करते हुये, प्रधानमंत्री आवास प्लस योजना से कई पात्र परिवारों को, अपात्र कर दिया गया है! ग्रामीणों द्वारा बताया गया कि प्रधानमंत्री आवास प्लस के पात्र सूची में नाम आ जाने के बावजूद भी, रोजगार सहायक इन्द्र सिंह वालरे के द्वारा मनमानी करते हुए ,बहुत सारे गरीब परिवारों को अपात्र कर दिया गया है!इन गरीबों का कसूर बस इतना था,कि इनके द्वारा रोजगार सहायक इन्द्र सिंह वालरे को खर्चा पानी नहीं दिया गया,जिसकी वह मांग कर रहा था! ग्राम के ही कुछ धनाढ्य लोग जो रोजगार सहायक को खर्चा पानी दिए हैं, उनको अपात्र होते हुए भी पात्रता सूची में पात्र कर दिया गया है, ग्रामीणों का यह भी कहना है, कि पंचायत समन्वयक अधिकारी को जमीनी स्तर पर आकर जांच करते हुए, जांच सूची बनाना था,लेकिन समन्वयक अधिकारी दादू राम कंवर अपने घर में बैठे-बैठे रोजगार सहायक के कहने अनुसार जांच कर कागजी कार्रवाई कर दी! जबकि हकीकत में पंचायत में बहुत सारे ऐसे गरीब लोग हैं,जो पूरी पात्रता रखते है, परंतु उनको अपात्र कर दिया गया, गौरतलब है कि ग्राम के ही कुछ तथाकथित व्यक्ति जो रोजगार सहायक की जेब गर्म किए हुए थे! उनका पक्का मकान होते हुए भी, शासन के सारे नियमों को दरकिनार करते हुए, उनको पात्रता सूची में पात्र दर्शाया गया है, ग्राम के ही अरुण झारिया के द्वारा बताया गया,कि मेरा समग्र आई डी मेरे पिताजी से अलग है, उसके बावजूद मुझे अपात्र कर दिया गया है,ग्राम के बहुत सारे ऐसे पात्र लोग जिनको ऐसे ही विभिन्न कारण बताकर के अपात्र कर दिया गया है, जबकि वास्तविक स्थिति में वह पूरी पात्रता रखते हैं,रोजगार सहायक के चहेते, जो एक ही घर के तीन-तीन लोगों को प्रधानमंत्री आवास योजना से लाभान्वित किया गया है! ग्रामीणों द्वारा बताया गया कि रोजगार सहायक से अपात्रता का कारण पूछने पर रोजगार सहायक कहता है, की मैं ही सरपंच हूं, मैं ही सचिव हूं, और मैं ही रोजगार सहायक हूं! तुमको जहां लगे वहां मेरी शिकायत कर दो मेरा कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता है! ग्रामीणों द्वारा मांग की गई है, कि ग्राम पंचायत मुड़िया कला में प्रत्येक पात्र एवं अपात्र परिवार का पुनः जांच करके सत्यापन कराया जाए, और इस रोजगार सहायक के ऊपर कठोर से कठोर अनुशासनात्मक कार्यवाही की जावे!
इनका कहना है
रोजगार सहायक मनमर्जी पूर्वक काम करता है,ना तो पात्रता सूची को मुझे दिखया गया है,और नही ही मुझे बताया गया है,केवल संख्यात्मक जानकारी मुझे बताई गई है,अगर ग्राम सभा मे ये सूची का वाचन कर दिया जाता तो शायद यह स्थिति निर्मित ना होती!
प्रेम सिंह वालरे
सरपंच मुड़िया कला