राजेश ठाकुर की रिपोर्ट
आई विटनेस न्यूज 24, सोमवार 2 मई,जन शिक्षण संस्थान द्वारा 01 मई मजदूर दिवस के अवसर पर श्रम कानूनों और अधिकारों पर जागरूकता कार्यक्रम सम्पन्न हुआ। नगर के लेबर चौक पर उपस्थित श्रमिकों को संबोधित करते हुए नगर पालिका अध्यक्ष पंकज सिंह तेकाम ने कहा कि श्रमिकों के बिना किसी भी देश के विकास एवं उन्नति तथा औद्यौगिक ढ़ाचे के निर्माण की कल्पना करना संभव नही है। जन समुदाय के बीच उपस्थित मजदूरो ने नगर पालिका अध्यक्ष से अपनी समस्याये तथा व्यथा व्यक्त किया lअध्यक्ष महोदय ने श्रमिकों को इस दिवस पर शुभकामनायेें दी तथा मजदूरों की समस्याओं को ध्यान से सुना l हर संभव मदद करने के आश्वासन के साथ श्रमिकों को नये स्थान पर श्रमिक इंतजार स्थल बनाने तथा शेड व अन्य सभी सुविधाये उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया l संस्थान के निदेशक दिवाकर द्विवेदी ने श्रमिक दिवस मनाये जाने के उद्देश्य एवं लक्ष्य पर प्रकाश डाला, अपने उद्बोधन में उन्होने कहा कि श्रमिक सभी कामों के धुरी होने के साथ मानवीय आदर्श श्रम का उदाहरण होते है,कठिन से कठिन हालातों में अपना पसीना बहाते है और अपना श्रम बेचकर न्यूनतम मजदूरी प्राप्त करते है l मजदूरों के हिस्से में कोई भी अवकाश या रविवार नही आता,प्रतिदिन कमाना एवं खाना ही उनका नित्य क्रम है l कहा जा सकता है कि मजदूर मेहनत का पर्याय है। संस्थान के लेखाकार श्रीमती रीता मिश्रा ने कहा कि मजदूरो को संगठित होकर काम करने की आवश्यकता है। सुनील कुमार झारिया ने कहा कि कड़ी मेहनत करने वाले मजदूर अनेक संघर्ष के बावजूद सदैव प्रसन्न रहते है कभी नींद की गोली नही लेते बल्कि हर जोर जुल्म की टक्कर में संघर्ष उनका नारा होता है l विकास खंड डिण्डौरी के अंतर्गत ग्राम पंचायत न्यौसा पोडी में श्रमिकों के लिये जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया जिसमें सरपंच के साथ गांव के नैन सिंह श्याम एडवोकेट के साथ अनेक वरिष्ठ नागरिक तथा दैनिक मजदूरी करने वाले श्रमिक उपस्थित होकर अपने कानूनी व अन्य अधिकारों के बारे में जानकारी हासिल की। संस्थान के अधिकारियों द्वारा जन शिक्षण संस्थान की योजनाओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई l कार्यक्रम की अध्यक्षता बलवंत ध्रुवें हॉस्टल अधीक्षक चंद्र विजय महाविद्यालय डिंडोरी ने किया l श्रमिक दिवस पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि मजदूरो द्वारा उनके काम की समय-सीमा अधिकतम 8 घण्टें तय करने के संघर्ष के एतिहासिक विजय की याद में 1 मई को अंतराष्ट्रीय मजदूर दिवस मनाया जाता है। इसे मई दिवस भी कहा जाता है इन सबके साथ यह दिवस मजदूरों की निष्ठा,लगन,परिश्रम व कर्तव्य परायण को दर्शाता है, गांव से मजदूर श्रम करने के लिए शहरों की ओर पलायन करता है आत्मनिर्भर भारत बनाने के लिए ग्राम पंचायतों को बहुत ही सशक्त करने की आवश्यकता है ताकि मजदूरों का पलायन रोका जा सके l उन्होंने जन शिक्षण संस्थान द्वारा की जा रही गतिविधियों एवं योजना- कार्यों की सराहना की तथा इस प्रकार के आयोजन से जनमानस को होने वाले लाभ के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया l कार्यक्रम में संस्थान के प्रशिक्षक एवं लाभार्थी उपस्थित रहे, संचालन श्री राम कृष्ण गर्ग ने किया l इसी क्रम के संस्थान के विभिन्न केन्द्रों पर विभिन्न प्रशिक्षकों के माध्यम से श्रमिकों के लिये जन-जागरूकता अभियान चलाया गया। जिसमें अनेक लाभार्थियों एवं स्थानीय नागरिकों एवं श्रमिकों ने सम्मिलित होकर लाभ उठाया l