सूचना का अधिकार के तहत मिली जानकारी अनुसार जनपद डिंडौरी के ग्राम पंचायत सरहरी में पंचपरमेश्वर योजनांतर्गत निर्माण कार्यों एवं अन्य सामग्री क्रय के नाम से किया गया भारी भरकम भ्रष्टाचार।
राजेश ठाकुर की रिपोर्ट
आई विटनेस न्यूज24 डिंडोरी,सचिव, रोजगार सहायक,सरपंच एवं सप्लायरों की मिलीभगत से स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत शौचालय निर्माण कार्य ठेकेदारों द्वारा गुणवत्ताहीन करवाया गया है जिसके चलते लगभग सभी हितग्राहियों का शौचालय अनुपयोगी साबित हो रहा है।
एवं कुछ शौचालय धराशायी भी हो चुके हैं।एक सी सी रोड़,मेन रोड़ से राममिलन के घर तक बनवाया गया है जहाँ पूरा मोहल्ला ही खाली है एवं10से15मीटर रोड़ बनवाकर उसे अधूरा छोड़ दिया गया है जहाँ लीपा पोती करके लाखों रुपए की फर्जी राशि आहरण की गई है।
दूसरा सी सी रोड़ निर्माण कार्य प्रीतलाल के घर से कुंवरमन के घर तक होना था जिसे उपयोगी स्थान"जियो टैग"के स्थान पर न बनवाकर अन्यत्र अनुपयोगी स्थान दूसरी जगह पूर्व में बने सी सी रोड़ के ऊपर सप्लायर के घर से तालाब तक बनवाया गया है जबकि प्रीतलाल के घर से कुंवरमन के घर तक का रोड़ बहुत ही उबड़- खाबड़ है बरसात के मौसम में यदि किसीआदमी का तबियत खराब हो गया तो मरीज को अस्पताल तक पहुंचाने के लिए चारपाई(खटिया)द्वारा लाया जाता है,चूँकि सप्लायर रोजगार सहायक का सगे संबद्धि है जिसके चलते उसे ठेका में काम देकर पंचायत के सभी निर्माण कार्य गुणवत्ताहीन करवाकर मनमाना फर्जी भुगतान किया जाता है विधायक निधि द्वारा प्रदत्त पानी का टेंकर जंग लगकर नष्ट होने की कगार पर है उसकी मरम्मत के लिए भी सप्लायर को हजारों रुपये का फर्जी भुगतान किया गया इसी तरह नल जल योजना में भी सामग्री खरीदी एवं पाइप लाइन सुधार के लिए फर्जी भुगतान किया गया जबकि गाँव के कई मोहल्लों में अभी भी वॉल इत्यादि नहीं लगवाने से पानी की समस्या बनी हुई है,मेन रोड़ में पुलिया निर्माण कार्य पूरी तरह से ध्वस्त हो चुके हैं जबकि पुलिया निर्माण कार्य कुछ समय पूर्व ही हुआ था इसी तरह घाट निर्माण कार्य नान तालाब में नाम मात्र के लिए काम करवाकर लाखों रुपये की फर्जी राशि आहरण की गई है,आंगनबाड़ी भवन निर्माण इत्यादि सभी निर्माण कार्यों में भी किया गया है लीपा पोती।
सबसे बड़ा सवाल?
जब शासन रोजगार सहायक को नेट रिचार्ज के लिए सालाना छः हजार रुपए देती है तब ग्राम पंचायत के सभी कार्य अवधिया कम्प्यूटर डिंडोरी में क्यों करवाया जाता है या फिर काम करवाया ही नहीं जाता काम करवाने के नाम से अवधिया कम्प्यूटर को किया जाता है फर्जी भुगतान! क्योंकि ग्राम पंचायत के सभी हितग्राहियों को सभी काम के लिए अवधिया कम्प्यूटर भेजा जाता है या फिर रोजगार सहायक द्वारा हितग्राहियों से टोकन इत्यादि सभी कामों का पैसा लिया जाता है,जबकि लेप टॉप कम्प्यूटर भी शासन द्वारा ग्राम पंचायत को उपलब्ध कराया गया है।
इस तरह ग्राम पंचायत सरहरी में वित्तीय वर्ष2014-15से वर्तमान दिनाँक तक पंचपरमेश्वर मद से हुए सभी निर्माण कार्यों की जांच होने से और भी कईअनिमित्ताएँ सामने आएगी ग्राम पंचायत में हुए सभी सी सी रोड़ गुणवत्ताहीन बनवाया गया है जिनमें रेत की जगह ज्यादा से ज्यादा डस्ट का उपयोग किया गया है।