ईश्वर दुबे की रिपोर्ट
आई विटनेस न्यूज 24 डिंडोरी जनपद अन्तर्गत अझवार में बने आगनवाड़ी में लगा विद्युत पोल लगभग आठ माह पूर्व से टूट पड़ा है,जिसे ग्रामीणों ने किसी प्रकार बांध कर व्यकलपिक व्यवस्था कर दी थी पर विभाग द्वारा अब भी किसी प्रकार का कोई पुख्ता इंतजाम नहीं किया गया है
जिससे अब अगंवड़ी परिसर में खतरे का आलम बना हुआ है देखा जाए तो ग्रामीणों ने किसी तरह पोल को रस्सी से बांध दिया था जो अब सड़ने के कगार पर है।आगनवाड़ी भवन के ठीक ऊपर से विद्युत लाइन गई है।पोल को बदलने के लिए कई बार ग्रामीणों ने संबंधित विभाग को शिकायत दर्ज कराई है। यहां तक कि उक्त समस्या को समाचारों में भी प्रकाशित किया जा चुका है, जिसका भी विद्युत विभाग पर कोई खास असर नहीं हो रहा है,लापरवाह विद्युत विभाग के द्वारा आज तक किसी भी प्रकार का सुधार कार्य नहीं किया गया।ना ही उक्त पोल को बदला गया आंगनवाड़ी में बच्चे पढ़ते हैं आगन में खेलते रहते हैं।कभी भी कोई गंभीर हादसा होने का अंदेशा बना रहता है जिससे हमेशा प्रांगण में डर का माहौल होता है पर विद्युत विभाग को इससे कोई मतलब नही है ग्रामीणों ने संबंधित विभाग के उच्चाधिकारियों से मांग की है कि इस पोल को तत्काल बदला जाए,नहीं तो कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है जिसका खामियाजा मासूम बच्चो को भोगना पड़ेगा ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि बार बार इसके लिए बोला जा चुका है पर संबंधित विभाग इस और ध्यान नहीं दे रहा है।
जिससे अब अगंवड़ी परिसर में खतरे का आलम बना हुआ है देखा जाए तो ग्रामीणों ने किसी तरह पोल को रस्सी से बांध दिया था जो अब सड़ने के कगार पर है।आगनवाड़ी भवन के ठीक ऊपर से विद्युत लाइन गई है।पोल को बदलने के लिए कई बार ग्रामीणों ने संबंधित विभाग को शिकायत दर्ज कराई है। यहां तक कि उक्त समस्या को समाचारों में भी प्रकाशित किया जा चुका है, जिसका भी विद्युत विभाग पर कोई खास असर नहीं हो रहा है,लापरवाह विद्युत विभाग के द्वारा आज तक किसी भी प्रकार का सुधार कार्य नहीं किया गया।ना ही उक्त पोल को बदला गया आंगनवाड़ी में बच्चे पढ़ते हैं आगन में खेलते रहते हैं।कभी भी कोई गंभीर हादसा होने का अंदेशा बना रहता है जिससे हमेशा प्रांगण में डर का माहौल होता है पर विद्युत विभाग को इससे कोई मतलब नही है ग्रामीणों ने संबंधित विभाग के उच्चाधिकारियों से मांग की है कि इस पोल को तत्काल बदला जाए,नहीं तो कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है जिसका खामियाजा मासूम बच्चो को भोगना पड़ेगा ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि बार बार इसके लिए बोला जा चुका है पर संबंधित विभाग इस और ध्यान नहीं दे रहा है।