वनपरिक्षेत्राधिकारी की अनिमितताओं का खुला खेल, बनाते रहे फर्जी प्रमाणक और होते रहे भुगतान। - i witness news live
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वनपरिक्षेत्राधिकारी की अनिमितताओं का खुला खेल, बनाते रहे फर्जी प्रमाणक और होते रहे भुगतान।

आई विटनेस न्यूज 24, वनपरिक्षेत्र में अनियमितताओं का खुला खेल खेला जाता रहा और वनमंडल अफसर आंख मूंदकर संरक्षण देते घुनघुटी के प्रमाणक सही है या फर्जी बात को टटोलने की आवश्यकता वनमंडल के अफसरों ने महशूस नहीं की,विगत पाँच वर्षों में इस वनपरिक्षेत्र में।अगर इसकी तह - दर - तह जाँच की जाये तो कई गंभीर मामले सामने आ सकते , लेकिन एक दूसरे का साथ निभाते हुये एसडीओ , डीएफओ और कई वरिष्ठ अधिकारियों ने खुलकर इस वनपरिक्षेत्राधिकारी को संरक्षण देने का काम किया है । जानकारों की अगर मानें तो ग्रीन इण्डिया मिशन के तहत घुनघुटी वनपरिक्षेत्र में खुदवाये गये तालाबों की जाँच अगर हो जाये तो चौंकाने वाले तथ्य सामने आयेगें । इसमें भी मिट्टी बेचने का मामला सामने आयेगा । इतना ही नहीं वनपरिक्षेत्र घुनघुटी पिछले पांच वर्षों में कई बार जंगल जला और फर्जी प्रमाणक बनाकर राशि निकाली गई ।
इसी तरह अग्नि सुरक्षा के नाम पर फर्जी दर फर्जी भुगतान होता रहा और विभाग ने आँख मूंदकर भुगतान भी किया और यही स्थिति अभी वर्तमान में भी जारी है । इस मामले में उमरिया के किसी वनमंडलाधिकारी ने इस ओर ध्यान देने की आवश्यकता ही महशूस नहीं की और घुनघुट वनपरिक्षेत्र भ्रष्टाचारियों का चारागाह बन गया । पिछले पाँच वर्षों का पूरा काला चिट्ठा मुख्य वनसंरक्षक शहडोल को सौंपा गया है और इसकी जाँच अगर सीसीएफ ने तह - दर - तह करवा दी तो चौंकाने वाले तथ्य सामने आयेगे । अग्नि सुरक्षा के नाम पर पाँच वर्षों में हुये इस घोटाले को क्या सीसीएफ पकड़ पायेगें या फिर यूं ही रेंजर का ताण्डव चलता रहेगा ।