आई विटनेस न्यूज 24,मौजूदा मौसम में सीजनल वायरल इंफेक्शन फैलता ही है । इस बार इसी समय कोरोना के चरम पर होने की वजह से लोग सीजनल इंफेक्शन को भी कोरोना संक्रमण समझकर दहशत में हैं । दोनों ही बीमारी के लक्षण लगभग एक जैसे ही हैं जिसके चलते लोग कोरोना संक्रमण की जांच करवा रहे हैं और मानसिक उथल - पुथल से जूझ रहे हैं । डॉक्टरों के अनुसार जो लोग सीजनल वायरल इंफेक्शन से पीड़ित हैं अधिकतर उनकी रिपोर्ट निगेटिव आ रही है । डॉक्टर उन्हें संदिग्ध कोरोना संक्रमित की श्रेणी में रखकर पहले उनकी जांच कर रहे।
डॉक्टरों की मानें तो वायरल इंफेक्शन के चलते बुखार , गले में खराश , खांसी और बदन टूटता है । साथ ही कमजोरी भी आजाती है । ये सभी लक्षण कोरोना संक्रमण के भी हैं । इस वजह से लक्षणों के उभरते ही लोगों को जांच करवाने में कोई लापरवाही नहीं बरतनी चाहिए । जब कोई संदिग्ध मरीज आता है तो वायरल इंफेक्शन का इलाज तुरंत ही शुरू कर दिया जाता है । यदि कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आती है तो इलाज में बदलाव कर दिए जाते हैं । किसी भी प्रकार के वायरल इंफेक्शन में तरल पदार्थ ज़्यादा से ज़्यादा लेने की सलाह दी गयी है ।